मंगनी के बाद बिखरे सपने, शादीशुदा निकला मंगेतर : हकीकत सामने आने पर छोटे भाई से शादी का ऑफर
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बाराबंकी : माता पिता रूपी छत के बिना दादी संग रह रही युवती को लगा सदमा भूल जाने लायक नहीं। शादी के लिए जिससे रिश्ता तय हुआ, 21 अप्रैल की तारीख तय हो गई, वह युवक शादीशुदा निकला। युवक के पिता ने भी युवती के जख्मों पर नकम छिड़कते हुए छोटे पुत्र से शादी का आफर दे डाला। पीड़ित युवती की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रैक्वारनपुरवा की रहने वाली शाकम्बरी होमगार्ड विभाग बाराबंकी में चतुर्थ श्रेणी की कर्मचारी है। शाकम्बरी ने पुलिस को दी गई तहरीर में ललित कुमार वर्मा निवासी जयरामपुर थाना महमूदाबाद जिला सीतापुर और उसके परिवार पर धोखाधड़ी और साजिश के तहत लाखों रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। युवती ने बताया कि उसकी ललित से शादी की तारीख 21 अप्रैल तय हो चुकी थी। उससे पहले 11 दिसंबर 2024 को दीपक रेस्टोरेंट फतेहपुर में धूमधाम से रिंग सेरेमनी और गोद भराई की रस्म भी निभाई गई। यह कार्यक्रम समाज में रिश्ते के ऐलान के साथ ही दो दिलों के मिलन का वादा भी था। शाकम्बरी जो स्वर्गीय हो चुके माता पिता के बाद अपनी वृद्ध दादी के साथ रहती है ने शादी की तैयारियों के लिए बैंक से लोन लेकर ललित को कुल 5.35 लाख की रकम ट्रांसफर कर दी लेकिन मंगेतर का असली चेहरा तब सामने आया, जब मार्च में इंस्टाग्राम पर एक फोटो ने सब कुछ उजागर कर दिया।
तस्वीर में ललित एक अन्य युवती के साथ शादी के मंडप में दिखाई दिया। पहले तो ललित ने इसे 'मजाक' बताया, लेकिन जब शाकम्बरी ने फोटो की सच्चाई जाननी चाही, तो सामने एक और साजिश आई। पूछताछ में इंस्टाग्राम आईडी वाली युवती ने स्वीकार किया कि उसने ललित से 24 फरवरी को चंद्रिका देवी मंदिर में गुपचुप शादी कर ली थी। जब शाकम्बरी ने ललित के परिवार से इस पर जवाब मांगा, तो उन्होंने शर्मनाक प्रस्ताव देते हुए कहा कि अब ललित की शादी हो गई है, तुम हमारे छोटे बेटे शिवा से शादी कर लो। इस अपमानजनक पेशकश को शाकम्बरी ने ठुकरा दिया और अपने खर्च हुए रुपये की मांग की, लेकिन बदले में केवल 88 हजार रुपये वापस किए गए। शाकम्बरी का आरोप है कि ललित और उसका परिवार पहले से ही इस षड्यंत्र में शामिल था, और उसकी मजबूरी, अकेलेपन फायदा उठाकर उसे ठगा गया।
एक को मिली सलाह, दूसरे ने बोला तीन तलाक
दहेज की मांग पूरी न होने पर उत्पीड़न के दो मामले सामने आए हैं। पहले मामले में पत्नी की पिटाई कर पति ने तीन तलाक बोल दिया वहीं दूसरे मामले में पति को दूसरी शादी का वादा करते हुए तलाक देने की सलाह दी गई।
जानकारी के अनुसार फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र में नगर क्षेत्र के नालापार दक्षिणी के रहने वाले हलीम की पुत्री मुस्कान 23 ने पुलिस को बताया कि उसका निकाह 26 जून 2019 को लखनऊ निवासी शानू पुत्र नवाबू के साथ हुआ था। शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष दहेज में सात लाख रुपये की माँग को लेकर मुस्कान को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। पीड़िता के अनुसार उसके पिता ने पाँच लाख रुपये ससुरालियों को दे भी दिए थे, इसके बावजूद दो लाख रुपये की माँग जारी रही। 1 अप्रैल को ईद मिलने के बहाने शानू समेत उसके परिवार के अन्य सदस्य सास रुकसाना, जेठ फिरोज व अरसद, ननद सोनी और उसका पति राजू, महकश तथा रानी मुस्कान के मायके पहुंचे और उसे गालियां देते हुए मारपीट की। हमले में मुस्कान के सिर में गंभीर चोट आई। इसके बाद पति शानू ने मौके पर ही उसे "तीन तलाक" कहकर छोड़ दिया और वहां से चला गया।
इसी तरह थाना रामनगर क्षेत्र के भवानीगंज सीहामऊ भैसुरिया निवासी ईसराफुल पुत्री मोहम्मद इस्लाम ने अपने पति, सास और रिश्तेदार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। ईसराफुल का विवाह 17 अक्टूबर 2022 को फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गगियापुर निवासी अलाउद्दीन पुत्र स्वर्गीय शकूर के साथ हुआ था। विवाहिता के अनुसार उसके पिता ने करीब पांच लाख रुपये विवाह में खर्च किए थे लेकिन शादी के छह महीने बाद ही पति अलाउद्दीन और सास आसमा छोटी-छोटी बातों पर मारपीट करने लगे तथा एक लाख रुपये मायके से लाने का दबाव बनाते रहे। उसके पिता 29 मार्च को ईद मनाने के लिए ससुराल से मायके लेकर आए। इसके बाद 7 अप्रैल को उसका पति मायके आकर दोबारा एक लाख रुपये की मांग करने लगा। इंकार करने पर उसने मारपीट की और धमकी देकर बाइक से फरार हो गया। यही नहीं, अलाउद्दीन के चाचा का बेटा फखरुद्दीन अक्सर उसे तलाक देने की सलाह देता रहा और कहता रहा कि वह उसकी शादी अपनी रिश्तेदारी में करवा देगा। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों पर रिपाेर्ट दर्ज कर ली है।
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