गरमपानी: कैंची धाम में भंडारे नाम पर धनराशि मांगने वालों से रहे सतर्क
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गरमपानी, अमृत विचार। आस्था के केंद्र सुप्रसिद्ध कैंची धाम में आश्रम के नाम पर दान व भंडारा आदि के लिए धनराशि की मांग करने वाले अवांछनीय तत्वों के खिलाफ मंदिर प्रबंधन ने सख्त रुख अपना लिया है। प्रबंधन के अनुसार मंदिर प्रशासन किसी से भी दान व धनराशि की मांग नहीं करता।
श्रद्धालुओं से ऐसे लोगों से सतर्क रहने की अपील भी की है वहीं मंदिर परिसर में पुल के समीप किसी भी तरह के भंडारे व प्रसाद वितरण को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
देश विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के आस्था के केंद्र कैंची धाम में रोजाना हजारों श्रद्धालु पहुंचते है। बाबा नीम करौली के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था बढ़ते ही जा रही है। ऐसे में कुछ अवांछित तत्व भी सक्रियता बढ़ा रहे हैं। मंदिर प्रबंधन के अनुसार कुछ लोग जिनका मंदिर प्रबंधन से कुछ लेना देना नहीं है श्रद्धालुओं से भंडारे के नाम पर धनराशि की मांग कर रहे है।
मंदिर समिति के प्रबंधक विनोद जोशी के अनुसार मंदिर प्रशासन किसी से भी भंडारे आदि के लिए दान व धनराशि की मांग नहीं करता। श्रद्धालुओं से ऐसे लोगों से सतर्क रहने की अपील की है साथ ही मंदिर के प्रवेश द्वार के समीप शिप्रा नदी पर बने पुल पर किसी भी तरह के भंडारे व प्रसाद वितरण को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
प्रबंधन के अनुसार पुल पर कुछ लोग प्रसाद वितरण कर रहे हैं जिससे श्रद्धालुओं को आवाजाही में परेशानी के साथ ही शिप्रा नदी भी प्रदूषित हो रही है। बंदरों को खाद्य पदार्थ देने ने लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंदिर प्रबंधक विनोद जोशी ने बकायदा सभी मामलों को लेकर चेतावनी पत्र भी जारी किया है।