रामनगर: परमिट शुल्क में वृद्धि से भड़के कार्बेट के जिप्सी चालक

रामनगर, अमृत विचार। कॉर्बेट जिप्सी वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक में जिप्सी परमिट शुल्क की वृद्धि किये जाने पर गहरा रोष ब्यक्त करते हुए धमकी दी कि यदि शुल्क वृद्वि कम न कि गयी तो कार्बेट में एक व दो अक्टूबर को जिप्सियों का संचालन बन्द रखा जाएगा। आरोप लगाया कि परमिट शुल्क में अत्यधिक वृद्धि किया जाना स्थानीय लोगों को कॉर्बेट पार्क से दूर करने का प्रयास हैं।
वक्ताओं ने कहा कि इस संदर्भ में अधिकारियों से मिलने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन अभी तक अधिकारियों द्वारा मिलने का समय अभी तक नहीं दिया गया है। कार्य बहिष्कार से होने वाली किसी भी प्रकार की क्षति/हानि की जिम्मेदारी कॉर्बेट प्रशासन की होगी।
जिप्सी चालकों का कहना है कि संशोधन शुल्क वृद्धि में एक नया कैमरा शुल्क 1000/-रूपया चार घण्टे के लिये लगा दिया गया है जो कि एकदम गलत है। यह शुल्क केवल व्यवसायिक फिल्मांकन पर लिया जाना चाहिए, ना कि एक ही व्यक्ति से छः व्यक्तियों का शुल्क वसूला ना जाय। साथ ही कहा कि उत्तराखण्ड के स्थानीय व्यक्तियों को 50 प्रतिशत पार्क में भ्रमण की विशेष छूट दी जानी चाहिए, जिससे कि उत्तराखण्ड के स्थानीय लोग भी सामान्य शुल्क पर नेशनल पार्क का भ्रमण कर कर सके।
चेतावनी दी कि यदि तत्काल प्रभाव से निस्तारण नहीं किया गया तो 01 अक्टूबर व 2 अक्टूबर को जिप्सी व्यवसाईयों द्वारा जिप्सी संचालन का कार्बेट टाईगर रिजर्व में पूर्ण रूप से दो दिन का वहिष्कार रहेगा। बैठक में प्रेम सिंह मेहरा, गिरीश धस्माना, सचिव ललित नेगी, कोषाध्यक्ष नूर मोहम्मद, उपाध्यक्ष संतोष पपने, उमेद सिंह नेगी, फरीद अहमद, इकबाल, जयपाल नेगी, संदीप मेहरा, महेश बिष्ट, जीवन रौतेला मौजूद रहे।