रूस के साथ शांति संधि पर जापान के रुख में कोई बदलाव नहीं, जारी रखेगा अपनी प्रतिबंध नीति
टोक्यो। जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा ने गुरुवार को कहा कि क्षेत्रीय विवाद को हल करने और रूस के साथ शांति संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए कुरील द्वीप समूह (इटुरुप, कुनाशीर, शिकोटन और हाबोमाई) को लेकर उनके देश के रूख में काेई बदलाव नहीं आया है। कामिकावा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जहां तक उत्तरी क्षेत्र का सवाल है, हम क्षेत्रीय मुद्दे को सुलझाने और शांति संधि संपन्न करने की दिशा पर दृढ़ता से कायम हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जापान रूस के खिलाफ अपनी प्रतिबंध नीति जारी रखेगा, लेकिन यह देश के राष्ट्रीय हितों के अनुरूप होगा। उन्होंने कहा, “हमारे देश ने, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सहयोग से मुख्य रूप से जी 7 के साथ, रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध अपनाए हैं और भविष्य में भी उन्हें जारी रखने का इरादा रखता है। साथ ही जापान और रूस पड़ोसी देश हैं।
ऐसे मुद्दों के संबंध में, जब जापान और रूस का पड़ोसी सहयोग आवश्यक होगा, उदाहरण के लिए, मछली पकड़ने, समुद्री सुरक्षा जैसी आर्थिक गतिविधियों में, हम अपनी विदेश नीति के तहत अपने राष्ट्रीय हितों के अनुसार कार्य करेंगे,।” उन्होंने कहा कि रूस के साथ जापान के संबंधों में प्राथमिकता दिशाओं में से एक रूस-प्रशासित कुनाशीर, इटुरुप, शिकोटन और हाबोमाई द्वीपों के पूर्व निवासियों की पूर्वजों की कब्रों की यात्रा को फिर से शुरू करना होगा।
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