बरेली: दूसरे समुदाय को खुश करने के लिए जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध

बरेली: दूसरे समुदाय को खुश करने के लिए जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध

बरेली, अमृत विचार। प्रशासन की ओर से जोगीनवादा से कांवड़ यात्रा निकालने की अनुमति न देने पर शनिवार को हिंदू जागरण मंच और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने तहसील सदर में अपर नगर मजिस्ट्रेट नहने राम का घेराव किया। इस दौरान एडीएम सिटी डॉ. आरडी पांडेय, एसपी सिटी राहुल भाटी समेत कई अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि एक समुदाय को खुश करने के लिए प्रशासन ने मनमाने ढंग से एकपक्षीय फैसला कर कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाया है।

हिंदू जागरण मंच और विहिप की ओर से संयुक्त रूप से डीएम को संबोधित ज्ञापन भी अधिकारियों को दिया गया जिसमें कहा गया है कि जोगीनवादा में परंपरागत कांवड़ यात्रा निकालने की अनुमति के लिए राकेश कश्यप की ओर से आवेदन किया गया था जिस पर प्रशासन ने अब तक अनुमति नहीं दी है। कांवड़ यात्रा न निकलने से सनातनी समाज में रोष है। संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि धार्मिक यात्राओं पर प्रशासन प्रतिबंध लगाएगा तो यह लोगों की आस्था पर कुठाराघात होगा। ज्ञापन में डीएम से शीघ्र कांवड़ यात्रा की अनुमति देने की मांग की है।

इस बैठक में एसडीएम सदर प्रत्यूष पांडेय, नायब तहसीलदार विदित कुमार के अलावा हिंदू जागरण मंच के महानगर अध्यक्ष दुर्गेश कुमार गुप्ता, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष दिव्य चतुर्वेदी, संजय शुक्ला, लोकेंद्र सिंह तोमर, केपी गोस्वामी, संजय शर्मा, जसपाल भारद्वाज, राजीव कपूर, नीरज चौरसिया, राजकुमार राजपूत, सचिन कश्यप, अमित पाल, नितेश वर्मा आदि उपस्थित रहे। विहिप नेता पवन अरोड़ा ने बताया कि अधिकारियों के समक्ष कांवड़ यात्रा को लेकर अपनी बात रखी लेकिन अभी कोई हल नहीं निकला है।
अनुमति मिलेगी तभी निकालेंगे यात्रा

पदाधिकारियों ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि उनके आवेदन पर प्रशासन अनुमति देगा, तभी 20 अगस्त को परंपरागत कांवड़ यात्रा निकाली जाएगी अन्यथा जोगीनवादा का सनातनी समाज कांवड़ यात्रा नहीं ले जाएगा।

करीब घंटे भर तक घेरे रहे एसीएम को
विश्व हिंदू परिषद और हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी एसडीएम सदर के कक्ष में अपर नगर मजिस्ट्रेट नहने राम को करीब घंटे भर तक घेरे रहे। आठ-दस लोग कुर्सियों पर बैठे थे। बाकी 30-40 लोग एसडीएम सदर की कुर्सी को घेरे रहे। कई पदाधिकारियों ने अपर नगर मजिस्ट्रेट से सवाल किया कि पहले प्रशासन के साथ हुई बैठक में तय हो गया था कि शर्तों के अनुरूप कांवड़ यात्रा निकालने की अनुमति देने पर विचार करेंगे, फिर क्यों आवेदन निरस्त कर दिया गया। प्रशासन बीच का रास्ता नहीं निकाल पा रहा है।

उन्होंने बवाल की आशंका खारिज करते हुए कहा कि जब शर्तों का पालन करते हुए कांवड़ यात्रा निकाली जाएगी तो बवाल होने का सवाल ही नहीं है। एसीएम ने जोगीनवादा की स्थिति का हवाला देते हुए आवेदन निरस्त करने की बात कही।

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