आंवला में सीओ के ऑफिस पर तीन घंटे बवाल, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोगों ने की तबादले की मांग
नोकझोंक के बाद भड़के विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोग, हनुमान चालीसा पढ़ते हुए किया जमकर हंगामा
बरेली/आंवला, अमृत विचार। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों की शुक्रवार को सीओ आंवला डॉ. दीपशिखा अहिवरन से नोकझोंक के बाद माहौल एकाएक गरमा गया। कुछ ही देर में इकट्ठे हुए दोनों संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सीओ कार्यालय घेर लिया और हनुमान चालीसा पढ़ते हुए सीओ के तबादले की मांग शुरू कर दी।
करीब तीन घंटे तक चले हंगामे से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। अफसरों के काफी समझाने के बाद दोनों संगठनों की ओर से सात दिन के अंदर सीओ के तबादले की मांग करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। चेतावनी दी कि अगर सात दिन में तबादला न हुआ तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारी शुक्रवार दोपहर अलीगंज में निकलने वाले मोहर्रम के जुलूस में नई परंपरा शुरू न होने देने की मांग लेकर सीओ आंवला को ज्ञापन देने पहुंचे थे। विहिप के पदाधिकारियों के मुताबिक सीओ ने अपने कार्यालय में सिर्फ दो लोगों को आने को कहा। वे पांच लोग उनके कार्यालय में पहुंचे और उन्हें ज्ञापन दिया।
आरोप है कि इसी दौरान एक कार्यकर्ता का हाथ उनकी टेबल से टच हो गया तो सीओ भड़क गईं और उनसे फौरन कार्यालय से बाहर निकलने को कहने लगीं। इस पर विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारी भी भड़क गए। मिनटों में तमाम कार्यकर्ताओं को बुला लिया गया और सीओ कार्यालय के बाहर हंगामा शुरू हो गया।
विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता करीब तीन घंटे तक सीओ कार्यालय के बाहर हंगामा करते रहे। आखिर में एसडीएम गोविंद मौर्य ने पदाधिकारियों को समझाते हुए माफी मांगी। इसके बाद पदाधिकारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा। एसडीएम ने उनका ज्ञापन एसएसपी को भिजवाने के साथ कार्रवाई का आश्वासन दिया जिसके बाद हंगामा खत्म हुआ। हंगामे के दौरान विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के अलावा बजरंग सेना, हिंदू जागरण मंच, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद आदि संगठनों के आशीष हिंदू, दुर्गेश सक्सेना, जयदीप पाराशरी, ओमेंद्र सिंह, विमल गुप्ता, अभय चौहान, पवन हिंदू, दीपक समेत तमाम लोग मौजूद रहे।
पिछले साल ताजियों पर पाक झंडे लगाने का आरोप
नगर अध्यक्ष नितिन महाजन का आरोप है कि कि पिछले साल ताजियों पर पाकिस्तान के झंडे लगाए गए थे। मनोज गुप्ता ने बताया कि तीन दिन पहले पीस कमेटी की बैठक हुई थी। इसमें दूसरे पक्ष के लोगों ने कहा था कि उनके यहां शाम सात बजे से लेकर अगले दिन 11 बजे तक डीजे बजते हैं। उन्होंने कहा था कि उनके यहां डीजे नहीं स्पीकर बजते हैं। आरोप है कि इस दौरान भी सीओ ने उत्तेजित होकर अभद्रता की थी।
आरोप : जानवरों की फौज बताकर गालियां दीं और कांवड़ियों को बताया आतंकी जैसा
विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारियों का आरोप है कि सीओ ने अंग्रेजी में उन्हें गालियां देते हुए जानवरों की फौज बताया। कांवड़ियों को दंगा फैलाने वाले आतंकियों की श्रेणी का उपद्रवी कहा और बदसलूकी करते हुए उनसे कार्यालय से जाने को कहा।
आरोप है कि सीओ का जनता के प्रति भी व्यवहार ठीक नहीं है। पहले भी तमाम लोगों के साथ अभद्रता कर चुकी हैं। भाजपा पदाधिकारी ऊषा सतीजा ने आरोप लगाया कि सीओ फरियादियों तेज आवाज में अंग्रेजी बोलते हुए उनकी बात दबा देती हैं। वे डर से लौट जाते हैं। प्रधानमंत्री विदेशों में भी हिंदी बोलते हैं लेकिन सीओ अंग्रेजी बोलकर किसान की आवाज दबा देती हैं।
इस मामले में मेरे नाम ज्ञापन आया है। इसकी समीक्षा की जाएगी। पूरे मामले की छानबीन करने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी---प्रभाकर चौधरी, एसएसपी।
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