मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने की हिंसा की निंदा, की शांति बनाए रखने अपील

इंफाल। मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने मणिपुर के लोगों से राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने की अपील की है। अनुसुइया ने राज्य के लोगों को दिए गए एक संदेश में कहा, “मैं तीन मई को दो समुदायों के बीच हुए जातीय संघर्ष से बेहद हैरान और निराश हूं,(जो अब भी जारी है), जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए।”
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उन्होंने कहा कि इसके अलावा दोनों समुदायों के कई घरों को आग लगा दी गई और संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया गया। उन्होंने कहा कि दोनों समुदायों के हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं और इस भयावह घटना के बाद से घाटी और पहाड़ी दोनों जिलों के विभिन्न राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। उन्होंने कहा,“मैं इस तरह के अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा करती हूं।
इन अविश्वसनीय घटनाओं के कारण धान की खेती की गतिविधियाां (जो राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं) प्रभावित हुई हैं, क्योंकि डर के कारण किसान अपने-अपने खेतों में काम करने की स्थिति में नहीं हैं।” राज्यपाल ने कहा,“मैं जाति, पंथ और धर्म से ऊपर उठकर सौहार्दपूर्ण और शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत के जरिए समस्या को हल करने के लिए अपना पूरा सहयोग देने की ईमानदारी से अपील करती हूं, ताकि सह-अस्तित्व की हमारी सदियों पुरानी परंपरा को बनाए रखा जा सके।”
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस तरह के अमानवीय कृत्यों से युवाओं, विशेषकर हमारे बच्चों (जो राज्य के भविष्य के स्तंभ हैं) पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा,“मैं तहे दिल से आप सभी से, विशेषकर माताओं और बहनों से अपील करती हूं कि वे सड़कों पर सुरक्षा बलों को रोकने से बचें, क्योंकि वे राज्य के लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हर किसी को आधारहीन अफवाहें फैलाने पर विश्वास नहीं करना चाहिए और हमेशा इससे बचने का प्रयास करना चाहिए। राज्य के पिछले शांतिपूर्ण माहौल को बहाल करने के लिए सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से हल किया जा सकता है और किया जाना चाहिए।
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