बरेली: ए डबल प्लस ग्रेड मिली, अब प्लेसमेंट और शोध में सुधार जरूरी
नैक मूल्यांकन से पहले ही विश्वविद्यालय इस क्षेत्र में कम अंक मिलने की जताई थी उम्मीद
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बरेली, अमृत विचार। नैक मूल्यांकन में ए डबल प्लस ग्रेड मिलने के बाद एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल है। विश्वविद्यालय को अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी ग्रेड मिली है लेकिन कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां सुधार की जरूरत है। इनमें शोध और प्लेसमेंट अहम हैं। नैक मूल्यांकन रिपोर्ट में इनमें विशेष सुधार की सलाह दी गई है, ताकि भविष्य में विश्वविद्यालय की यह ग्रेड बरकरार रहे। ए डबल प्लस ग्रेड मिलने पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, प्रमुख सचिव डीएस मिश्रा ने भी बधाई दी है।
नैक मूल्यांकन में ए डबल प्लस ग्रेड पाने में विश्वविद्यालय की हरा-भरा, स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त परिसर का अहम रोल रहा है। विश्वविद्यालय ने नियामक निकायों के दिशा निर्देशों के अनुसार मॉडल पाठ्यक्रम अपनाया है। छात्रों के सीखने के स्तर का आकलन करने के लिए पारदर्शी मूल्यांकन प्रणाली है। अच्छी संख्या में पेटेंट दाखिल किए गए हैं। अनुभवी शिक्षक हैं। अध्ययन-अध्यापन की पर्याप्त सुविधाएं हैं। खेल की उत्कृष्ट सुविधाएं हैं। कर्मचारियों के लिए कल्याणकारी नीतियां लागू हैं। विश्वविद्यालय के पास मजबूत वित्तीय संसाधन हैं जो इसे आत्मनिर्भर बनाते हैं। पांचाल के माध्यम से बरेली क्षेत्र के आसपास की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण संग्रहालय है। रुहेलखंड इंक्यूबेशन फाउंडेशन के तहत स्टार्टअप और उद्यमियों के लिए सुविधा है।
पांच कमजोरियां रहीं विश्वविद्यालय की
ग्रेडिंग में विश्वविद्यालय की पांच प्रमुख कमजोरियां भी सामने आई हैं। इनमें लिंग संवेदीकरण एवं महिला सशक्तिकरण से संबंधित पाठ्यक्रम न होना, उद्योग-अकादमिक इंटरफेस और औद्योगिक दौरे न होना, छात्रों के प्लेसमेंट में कमी, वाटर वेस्ट मैनेजमेंट के लिए एसटीपी संयंत्र और उचित रासायनिक प्रबंधन प्रणाली न होना और अनुसंधान एवं विकास की कमी हैं।
यह हैं विश्वविद्यालय की चुनौतियां
नैक टीम ने विश्वविद्यालय के सामने कुछ चुनौतियां रखी हैं, जिसमें रणनीतिक कार्य योजना का समयबद्ध तरीके से कार्यान्वयन नहीं होना। एमओयू के तहत विभिन्न गतिविधियों का संचालन करना होगा। विश्वविद्यालय को नियमित भर्तियां करनी होंगी। इसके अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति अंतर्राष्ट्रीय विनिमय कार्यक्रम और राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन करना है।
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