अयोध्या : इस बार सावन में भोलेनाथ की उपासना के लिए मिलेंगे 56 दिन, और आठ सोमवार

अमृत विचार, अयोध्या । चार जुलाई से शुरू हो रहे सावन माह में अयोध्या आने वाले शिवभक्त प्राचीन नागेश्वरनाथ महादेव मंदिर में इस वर्ष दो माह तक विशेष पूजा कर सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस बार सावन और पुरुषोत्तम मास के विलय होने से भगवान के उपासना के लिए 56 दिन मिल रहा है। प्रमुख बात यह है कि आठ सोमवार पड़ रहे हैं। इस बार कांवड़ यात्रियों के लिए बड़ा दिन माना जा रहा है।
अयोध्या में स्थित नागेश्वरनाथ, क्षीरेश्वर नाथ महादेव का प्राचीन शिव मंदिर है। जहां पर जल चढ़ाने के लिए दूर दूर से भक्त पहुंचते हैं। अयोध्या की राम जन्म भूमि, कनक भवन, हनुमानगढ़ी सहित प्राचीन मठ मंदिरों में दर्शन करते हैं, जिसके बाद लाखों की संख्या में कांवरिया सरयू नदी में स्नान के बाद जल लेकर मान्यता के अनुसार शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए पद यात्रा पर जाते हैं। वहींं दूसरी तरफ सावन झूला मेला में देश के विभिन्न क्षेत्रों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होने के लिए पहुंचते हैं। मंदिरों में झूलन उत्सव को लेकर सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रम शामिल होते हैं, जिसको लेकर मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं।
रामपथ निर्माण प्रशासन के लिए खड़ी कर सकता है मुश्किलें
सावन माह के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन अयोध्या में चल रहे रामपथ निर्माण के बीच श्रद्धालुओं को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। हालांकि प्रदेश सरकार ने कावड़ यात्रा को लेकर समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। अयोध्या आने वाले श्रद्धालु सरयू नदी में स्नान के बाद राम जन्मभूमि, हनुमान गढ़ी, कनक भवन और अन्य मठ मंदिरों तक जाते हैं, लेकिन रामपथ मार्ग पर फैली अव्यवस्था लाखों श्रद्धालुओं के आवागमन चुनौती बन सकती है। निर्माण करा रही आरएन्डसी के इंजीनियरों की मानें तो अगले 10 दिन नयाघाट से हनुमान गढ़ी तक यात्रियों के चलने के लिए समतल कर दिया जाएगा, जिसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
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