'बाइडेन मानते हैं कि इस चुनौतीपूर्ण 21वीं सदी में भारत से बेहतर साझेदार कोई नहीं'

'बाइडेन मानते हैं कि इस चुनौतीपूर्ण 21वीं सदी में भारत से बेहतर साझेदार कोई नहीं'

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है कि भारत वैश्विक राजनीति के प्रत्येक पहलू में अहम भूमिका अदा करता है और इससे बेहतर कोई साझेदार हो ही नहीं सकता। बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी का यह बयान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आधिकारिक यात्रा पर आमंत्रित करने के पीछे प्रशासन के कारणों को जानने का एक मौका देता है। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी तथा प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर राजकीय यात्रा पर अमेरिका जाने वाले हैं। 

वह 21 से 24 जून तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। राष्ट्रपति बाइडन और उनकी पत्नी मोदी के सम्मान में 22 जून को रात्रिभोज देंगे। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक आधा दर्जन से अधिक बार अमेरिका की यात्राएं कर चुके मोदी (72) को अब पहली बार आधिकारिक राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया गया है। यह सम्मान अमेरिका के करीबी मित्र देशों को ही दिया जाता है। बाइडेन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा,‘‘ राष्ट्रपति का मानना है कि दुनिया के किसी भी देश के साथ अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों की तुलना में भारत के साथ उसके संबंध काफी उन्नत है। मुझे भी लगता है कि वह इस बात को पूरी तरह से मानते हैं कि जब हम 21वीं सदी की ओर देखते हैं और अगर आपको इस चुनौतीपूर्ण वक्त में साझेदारी करनी है तो भारत से अच्छा साझेदार और कोई है ही नहीं...।’’

 मोदी तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री हैं जिन्हें अमेरिका की ओर से राजकीय यात्रा पर आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा मोदी तीसरे विदेशी नेता हैं जिन्हें राष्ट्रपति बाइडेन ने आमंत्रित किया है और इससे भारत-अमेरिका के रिश्तों को और मोदी के साथ मित्रता को बाइडेन की ओर से दिया जाने वाला महत्व साफ जाहिर होता है। अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को आधिकारिक यात्रा पर आमंत्रित करने का निर्णय लेने से पहले प्रशासन के अंदर इस पर काफी विचार विमर्श हुआ था। 

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘आप कल्पना कर सकते हैं कि इस निर्णय के लिए काफी सारे मापदंड हैं। काफी कठिन मुकाबला है, मुझे लगता है कि हकीकत यही है कि भारत वैश्विक राजनीति के प्रत्येक पहलू में अहम भूमिका अदा करता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे यह भी लगता है कि यह कहना उचित होगा कि राष्ट्रपति क्वाड और वैश्विक मंचों पर कई बैठकों के दौरान निकटता से काम करने के कारण प्रधानमंत्री मोदी को और ज्यादा जानते हैं।’’ क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद समूह) में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। 

इसका गठन हिंद -प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक बर्ताव को रोकने के लिए 2017 में किया गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 21 से 24 जून को अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वह कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे जिसे एक बड़ा अवसर माना जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले 2016 में अमेरिकी सांसदों को संबोधित किया था। मोदी की यात्रा सितंबर में भारत की मेजबानी में होने वाले जी-20 के शिखर सम्मेलन से पहले हो रही है। 

वह 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों के लिए आधा दर्जन से अधिक बार अमेरिका की यात्राएं कर चुके हैं और उनके समय रहे तीनों अमेरिकी राष्ट्रपतियों बराक ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप तथा जो बाइडेन के साथ उन्होंने बैठक की हैं। लेकिन अब पहली बार उन्हें आधिकारिक राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया गया है और यह सम्मान अमेरिका के करीबी मित्र देशों को ही दिया जाता है। मोदी इससे पहले सितंबर 2021 में वाशिंगटन गये थे। वह द्विपक्षीय बैठक के लिए बाइडेन के निमंत्रण पर गये थे। उन्होंने तब बाइडेन की मेजबानी में हुए क्वाड के शिखर सम्मेलन में पहली बार प्रत्यक्ष उपस्थिति दर्ज कराई थी।

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