गदरपुर: विद्युत ट्रांसफार्मर लगाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने, तीखी नोकझोंक

गदरपुर: विद्युत ट्रांसफार्मर लगाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने, तीखी नोकझोंक

गदरपुर, अमृत विचार। विद्युत ट्रांसफार्मर लगाए जाने को लेकर दो पक्षों में तीखी नोकझोंक हो गई। दोनों पक्षों के आमने-सामने आने से तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार, विद्युत विभाग के एसडीओ और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से वार्ता की।

अधिकारियों के लाख समझाने के बावजूद भी एक पक्ष ट्रांसफार्मर चिह्नित स्थान पर लगाने की मांग पर अड़ा रहा जबकि भूमि स्वामी ट्रांसफार्मर लगाने के विरोध में थे। दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति उत्पन्न न हो इसको देखते हुए तहसीलदार ने सूझबूझ का परिचय देते हुए भूमि संबंधित अभिलेखों का अवलोकन करने के बाद कार्यवाही का आश्वासन दिया।

वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशिक्षु आईएएस ने जांच टीम का गठन कर शीघ्र जांच रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम महावीर नगर में ग्रामीणों की मांग पर विद्युत विभाग ने पूर्व में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर पर लोड की अधिकता को देखते हुए अधिक भार क्षमता वाला ट्रांसफार्मर लगाया था।

ऊर्जा निगम के अधिकारियों के निर्देश पर विद्युत कर्मियों ने सिंचाई विभाग की नहर से सटे एक खेत के छोर पर पूर्व में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर के स्थान पर पक्का निर्माण कर दूसरा ट्रांसफार्मर लगा दिया। ट्रांसफार्मर लगाए जाने की सूचना मिलते ही नमित झाम और उनके परिजनों ने उनकी भूमि पर ट्रांसफार्मर लगाए जाने का विरोध किया। नमित का आरोप है कि जिस स्थान पर ट्रांसफार्मर लगाया गया है वह उनकी निजी भूमि हैं। नमित का कहना था कि ट्रांसफार्मर लगाए जाने से पहले उनसे या परिजनों से किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई। उनका कहना था कि जब उन्हें ट्रांसफार्मर लगाए जाने की जानकारी मिली तो उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों से पत्राचार कर उक्त स्थान पर ट्रांसफार्मर न लगाने को कहा। इसके बावजूद भी पक्का निर्माण करा ट्रांसफार्मर लगा दिया गया।

ट्रांसफार्मर लगाने के विरोध की सूचना मिलने पर दर्जनों ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और उनकी नमित झाम के परिवार से कहासुनी हो गई। दोनों पक्षों में चले आरोप-प्रत्यारोप का दौर गरमा गया। दूसरे पक्ष से गौरव रल्हन का कहना था कि जनहित में लगाए जा रहे ट्रांसफार्मर को रोकना सरासर गलत है। उनका कहना था कि पूर्व में भी इसी स्थान पर पिछले 25 वर्षों से ट्रांसफार्मर लगा था आबादी बढ़ने के कारण इस पर लोड अत्यधिक पढ़ रहा था जिससे बार-बार फाल्ट हो रहे थे इसलिए ग्रामीणों के अनुरोध पर विद्युत विभाग ने ट्रांसफार्मर की क्षमता को बढ़ाने के लिए नया ट्रांसफार्मर लगाया था। गौरव का आरोप है कि जिस स्थान पर ट्रांसफार्मर लगाया गया वह सरकारी भूमि है।

उनका कहना था कि सिंचाई विभाग की भूमि को निजी भूमि बताकर ट्रांसफार्मर का विरोध किया जा रहा है। दोनों पक्षों में टकराव की सूचना पर तहसीलदार पूजा शर्मा ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से वार्ता कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया परंतु दोनों पक्ष अपनी-अपनी मांगों पर अड़े रहे। जिसको देखते हुए तहसीलदार के निर्देश पर राजस्व कर्मियों ने सिंचाई विभाग की नहर से भूमि तक की पैमाइश भी की। इसके बावजूद भी कोई हल न निकलता देख तहसीलदार ने सूझबूझ का परिचय देते हुए भूमि के समस्त अभिलेखों का अवलोकन करने के बाद कार्यवाही का आश्वासन दिया।

दोनों पक्षों में घंटों चले विरोध को देखते हुए गांव में टकराव की स्थिति उत्पन्न न हो इसके लिए मौके पर मौजूद विद्युत विभाग के उपखंड अधिकारी फरमान जैदी ने भी विभाग की ओर से हरसंभव कार्यवाही का आश्वासन दिया। परंतु फिर भी बात नहीं बनी जिसके बाद दोनों पक्ष प्रशिक्षु आईएएस अनामिका से मिलने तहसील पहुंचे। जहां दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद एसडीएम अनामिका ने जांच टीम का गठन कर जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की बात कही।

मौके पर सरकारी भूमि भी है इसके लिए जांच टीम का गठन किया गया है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इसके अलावा भूमि स्वामी को भी भूमि संबंधी सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।

-अनामिका 
- प्रशिक्षु आईएएस (एसडीएम गदरपुर)