पीलीभीत: 113 प्रत्याशियों में कोई नहीं भाया..256 मतदाताओं ने नोटा पर ठप्पा लगाया

पीलीभीत, अमृत विचार। विकास के दावों की बौछार और प्रत्याशियों की भीड़ के बावजूद ऐसे भी कई मतदाता रहे, जिन्हें कोई भाया ही नहीं। 10 निकायों के 256 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बूथ तक पहुंचे और लोकतंत्र के पर्व में वोट के रूप में अपनी आहुति भी दी।..लेकिन उनका वोट किसी प्रत्याशी के लिए नहीं नोटा पर रहा।
नगर निकाय चुनाव में अध्यक्ष के 10 पदों पर 11 मई को मतदान हुआ। जनपद भर में 62.16 प्रतिशत वोटिंग हुई। भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस, आप आदि राजनीतिक दलों के अलावा निर्दलीय यानि कुल 113 प्रत्याशी मैदान में थे। मतदाता को साधने के लिए हर किसी ने अपने-अपने स्तर से विकास के वादे किए और एक दूसरे की कमियां दिखाई। संगठनों के बड़े नेता और स्टार प्रचारक भी प्रत्याशियों के समर्थन में वोट मांगते रहे थे। 13 मई को मतगणना के साथ प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हुआ। 10 में से पांच सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की, जबकि तीन पर निर्दलीय और एक-एक सीट बसपा और कांग्रेस के खाते में गई। सपा को एक सीट पर भी जीत हासिल नहीं हो सकी।
चुनाव में नोटा का भी ऑप्शन था। अगर, किसी मतदाता को किसी भी वोटर पर विश्वास नहीं है तो वह इस पर मोहर लगा सकता। प्रत्याशियों की भीड़ के बीच नोटा भी चला। तीन नगर पालिका और सात नगर पंचायत सीट पर उतरे 113 प्रत्याशियों में से एक भी 256 मतदाताओं की कसौटी पर खरा नहीं उतरा। सभी प्रत्याशियों को नकाराते हुए इन मतदाताओं ने नोटा को चुना। पीलीभीत नगर पालिका सीट पर सर्वाधिक 167 जबकि बीसलपुर में उससे कम 82 वोट नोटा ले गया। हर सीट पर नोटा को वोट मिले।
कहां कितना चला नोटा
नगर पालिका परिषद
पीलीभीत : 167
बीसलपुर : 82
पूरनपुर : 29
नगर पंचायत
नौगवां पकड़िया : 28
जहानाबाद : 14
बरखेड़ा : 43
बिलसंडा : 21
कलीनगर : 08
न्यूरिया : 08
गुलड़िया भिंडारा : 23
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