पीलीभीत: खरमास के बाद सहालग का आगाज, फिर सजेंगे मंडप, बिखरेगा प्यार
पीलीभीत, अमृत विचार: एक महीने के बाद फिर से बैंड-बाजा और शहनाई की गूंज शुरू हो गई है। खरमास समाप्त होते ही मांगलिक कार्यों पर लगा विराम खत्म हुआ। अब जून तक शुभ मुहूर्त में शादी विवाह समेत सभी मांगलिक कार्य किए जाएंगे। इसको लेकर बरात घरों में फिर से रौनक लौटने लगी है। जिन घरों में विवाह के आयोजन होने हैं, उनमें सजावट की गई। तेरह अप्रैल को भी अभुज मुहर्त के चलते कुछ शादियां हुई।
बता दें कि 14 मार्च से खरमास लगाने से शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य बंद थे। इस दौरान मुंडन, नामकरण, पूजापाठ, अनुष्ठान, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य जारी रहे। 13 अप्रैल से सहालग की शुरुआत हो गई है। इस बार अप्रैल, मई और जून माह तक ही सहालग है। जुलाई में फिर शादियां बंद हो जाएगी। अप्रैल माह में 14,16, 18, 20, 24, 25 व 29 अप्रैल में शुभ मुहूर्त है।
इसमें अभुज मुहर्त के तौर पर 13 अप्रैल भी शामिल रही। पहले दिन ही शहर के बरात घर गुलजार दिखे। शादियों के भव्य आयोजन किए गए। मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत होते ही विवाह वाले घरों में तैयारियां तेज दिखी। मैरिज हाल बुकिंग, शादी के कार्ड छपने और बंटने आदि का कार्य चलता रहा।
एक ही तिथि पर कई शादी पड़ने पर एडवांस में ही बुकिंग कराई जा रही है। लॉन संचालकों ने पहले ही पैकेज तैयार किए हुए हैं। जोकि लॉन बुक करने वाले लोगों के सामने रखे जा रहे हैं। इसके अलावा बैंड वालों के पास भी एक दिन में दो से अधिक बुकिंग एडवांस हैं।
सहालग शुरु हो चुका है। लोग एडंवास बुकिंग के लिए आ रहे हैं। अप्रैल और मई में कई तारीखों पर अधिक शादियां है। बुकिंग लगातार की जा रही हैं। पीलीभीत में लोग बुकिंग पैकेज को कम पसंद करते हैं- हर्षल, लॉन संचालक
तेरह अप्रैल से खरमास समाप्त के बाद 14 से मांगलिक कार्य शुरु हो जाएंगे। हालांकि 13 को भी कुछ विवाह हुए हैं। मांगलिक कार्य के लिए अप्रैल में छह मुहूर्त 16, 18, 20, 24, 25 व 29 हैं। मई में 1, 5, 7, 8, 9, 11, 13, 15, 17, 22, 23 व 28 को मुहूर्त है। जबकि जून में केवल छह मुहूर्त है- पंडित बोल बम दुबे, मां संतोषी देवी मंदिर
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