मिजोरम: चकमा परिषद चुनाव में किसी भी दल को नहीं मिला बहुमत
आइजोल। मिजोरम में चकमा स्वायत्त जिला परिषद (सीएडीसी) के चुनाव के बृहस्पतिवार को घोषित हुए नतीजों में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से घोषित परिणामों के अनुसार, मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) सीएडीसी की 19 में से 10 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। सीएडीसी का चुनाव मंगलवार को हुआ था।
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चौबीस सदस्यीय सीएडीसी में पूर्ण बहुमत हासिल करने के लिए एक पार्टी को 11 सीटों जीतने की जरूरत होती है। परिषद में चार सदस्यों को मनोनीत किया जाता है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार की मौत के कारण आयोग ने रेंगखाश्या सीट पर चुनाव को रद्द कर दिया था जिस वजह से 19 सीटों पर ही चुनाव हो सका था। भाजपा उम्मीदवार की चार मई को झड़प के दौरान कथित रूप से हत्या कर दी गई थी।
निर्वाचन अधिकारी अब्राहम बेइराज़ी खीथी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस को क्रमश: पांच और चार सीटें मिली हैं जबकि जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ज़ेडपीएम) को एक भी सीट नहीं मिली। सीएडीसी का गठन मिजोरम के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में रहने वाले चकमा आदिवासियों के लिए 1972 में किया गया था।
अप्रैल 2018 में हुए पिछले सीएडीसी चुनावों में भी किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। तब एमएनएफ को आठ, कांग्रेस को छह और भाजपा को पांच सीटों पर जीत मिली थी। बाद में, कांग्रेस और भाजपा के सभी सदस्य दल बदल कर एमएनएफ में चले गए थे जिससे उसे बहुमत मिल गया था।
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