बरेली: कोरोना का खतरा... मगर निगरानी समितियां निष्क्रिय
बरेली, अमृत विचार। शासन ने कोरोना के खतरे को देखते हुए पूर्व में बनी ग्राम निगरानी समितियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं। बावजूद ग्राम पंचायत स्तर पर बनाई गई निगरानी समितियां निष्क्रिय हैं। कोरोना से बचाव के लिए कहीं कोई जागरूकता नहीं दिख रही। डीपीआरओ ने कोविड से बचाव को लेकर समितियों को अलर्ट किया है।
पूर्व में कोरोना से बचाव के लिए पंचायती राज विभाग की ओर से गांवों में निगरानी समितियों का गठन किया गया था। अब दोबारा से कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं, मगर गांव हो या शहर निगरानी समितियां सभी जगह निष्क्रिय हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि सभी एडीओ पंचायत को पत्र जारी कर ग्राम प्रधान और सचिवों से समितियों को सक्रिय करने को कहा है। गांव में बाहर से आने वालों पर नजर रखें और उनकी सूची तैयार करें।
निगरानी समितियों के कार्य
कोराना संक्रमण से बचाव के लिए गठित की गई ग्राम निगरानी समिति में ग्राम प्रधान के अलावा पंचायत सचिव, पंचायत सहायक आदि को शामिल किया गया था। समिति में शामिल सदस्य अगर किसी में सर्दी, जुकाम, बुखार या अन्य कोरोना के लक्षण नजर आने पर उन्हें चिह्नित करते हैं।
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