बरेली: 15 प्रतिशत आम का बौर प्रभावित, होगा महंगा
मौसम बदलने से इस वर्ष 1 लाख 8 हजार टन तक उत्पादन की उम्मीद

अमृत विचार : बीते दिनों बारिश के साथ चली तेज हवाओं की वजह से आम का बौर प्रभावित हुआ है। इससे इस बार उत्पादन कम मिलने के आसार जताए जा रहे हैं। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार मौसम की मार के चलते 15 प्रतिशत तक आम का बौर प्रभावित हुआ है। जिसकी वजह से इस बार आम महंगा रहेगा।
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जिले में 9720 हेक्टेयर पर दशहरी, लंगड़ा, चौसा समेत अन्य प्रजातियों के आम के बाग हैं। शुरुआती दौर में इस बार आम के पेड़ बौर से पूरी तरह से लदे देखे गए, जो कि आम उत्पादकों को अच्छा संकेत माना जा रहा था, लेकिन बीते दिनों रुक-रुककर बिगड़े मौसम ने आम के बौर को प्रभावित कर दिया। बागवानी विशेषज्ञ डा. रंजीत सिंह ने बताया कि बीते दिनों हुई बारिश एवं तेज हवाएं चलने से आम का बौर झड़ गया।
ओलावृष्टि जिन स्थानों पर हुई है वहां पर बौर ज्यादा प्रभावित हो गया। ऐसे में इस बार उत्पादन पहले से कुछ कम मिलने के आसार हैं। इस बार मौसम के प्रभाव के चलते 10 से 15 फीसदी आम के बौर को नुकसान पहुंचा है।
जिला उद्यान अधिकारी पुनीत पाठक ने बताया कि इस वर्ष बौर अच्छी मात्रा होने से उत्पादन लगभग 1 लाख 15 हजार टन माना जा रहा था, लेकिन मौसम बदलने से उत्पादन करीब 1 लाख आठ हजार टन माना जा रहा है। पिछले वर्ष शासन से 9600 हेक्टेयर का लक्ष्य मिला था। इस बार 9720 हेक्टेयर का लक्ष्य मिला है। बौर प्रभावित होने से जिले में आम के दामों में बढ़ोतरी होने के भी आसार जताए जा रहे हैं।
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