कानपुर: आग ने मचाया तांडव, 25 बीघा फसल जलकर हुई राख, मंजर देख रो पड़े किसान

कानपुर: आग ने मचाया तांडव, 25 बीघा फसल जलकर हुई राख, मंजर देख रो पड़े किसान

कानपुर। गर्मी आते ही शहर में जगह-जगह आग लगने का सिलसिला शुरु हो गया है। बासमंडी के रेडीमेड थोक कपड़ा बाजार में आग की तबाही को लोग अभी भूल ही नहीं पाए थे, कि शुक्रवार सुबह से अलग-अलग चार थानाक्षेत्रों में घूम-घूम कर आग ने तांडव मचाया। घटना की सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना से चारों स्थानों पर लाखों रुपये का नुकसान बताया जा रहा है। आग की घटना से पकी फसल को जलता देख किसान रो पड़े। पीड़ितों के अनुसार तेज हवाओं के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया जिसे बुझने में काफी समय लगा। 

बिठूर में गेहूं की फसल में आग 14 बीघा जलकर खाक
बिठूर थानाक्षेत्र अंतर्गत संदिग्ध परिस्थितियों में गेहूं की फसल में आग लग गई। जब तक किसानों को आग की सूचना मिली तब तक आग की लपटें विकराल हो गई। देखते ही देखते लगभग 14 बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। सूचना पर पहुंची टिकरा चौकी पुलिस और ग्रामीणों ने आग बुझाने के लिए ट्यूबबेल चलाकर आग को आगे नहीं बढ़ने दिया एक घंटे देर से पहुंची फायर विकेट की गाड़ी ने पहुंच आग पर काबू पाया। 

टिकरा के वनी ईट भट्ठे के पास शुक्रवार दोपहर दो बजे अचानक राजू तिवारी निवासी वनी के गेहूं की पकी खड़ी फसल में आग लग गई। जब तक ग्रामीणों को आग की सूचना मिली तब तक आग ने विकराल रूप कर लिया। सूचना पर पहुंचे चौकी इंचार्ज अंकुर चौधरी और ग्रामीणों ने आसपास से पानी लेकर आग को आगे नहीं बढ़ने दिया। मवेशी चरा रहे ग्रामीणों ने धुंआ और आग लपटे देख गांव में सूचना दी। आग लगने से छह किसानो की करीब 14 बीघे पकी खड़ी गेंहू की फसल जलकर राख हो गई।

पहले ग्रामीणों ने काफी हद तक आग बुझा ली। दूरी होने की वजह से मौके पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां पहुंची तब जाकर आग पर पूरी तरह से नियंत्रण किया जा सका। टिकरा पुलिस भी मौके पर पहुंची और आग बुझाने में मदद की। आग लगने के कारणों का पता नही चल सका।

आग की घटना से किसान राजू तिवारी की पांच बीघा, सोनेलाल शुक्ला की पांच बीघा, शोभित तिवारी डेढ़ बीघा, श्रवण तिवारी की एक बीघा, शिवदुलारे की 15 बिस्वा और रामदुलारे की 15 बिस्वा गेंहू की फसल जल गई। मेहनत से उगाई गेहू की फसल को आंखो के सामने जलता देख किसानो की आंखे भर आए। नुकसान के आकंलन के लिए राजस्व की टीम मौके पर पहुंची और किसानो की फसल का ब्योरा लिया। 

दस बीघा फसल जलकर  स्वाहा, लाखों का नुकसान
महाराजपुर थानाक्षेत्र अंतर्गत शुक्रवार दोपहर सरसौल गांव के खेतों में अचानक आग की लपटें दिखाई दीं। तेज हवा के चलते आग खेतों में तेजी से फैलने लगी। देखते ही देखते आग ने 10 बीघा गेहूं की फसल को जलाकर राख कर दिया। किसानों ने बताया की खेत के ऊपर से बिजली का तार जा रहा था, जो टूट कर और खेतों पर गिर गया। जिसकी वजह से आग लग गई। सूचना पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया। 

किसानों का कहना है कि बड़ी मेहनत और लागत के बाद फसल कटने को तैयार हुई थी, लेकिन आग ने सब कुछ बर्बाद करके रख दिया। इस संबंध में महाराजपुर थाना अध्यक्ष योगेश कुमार सिंह ने बताया खेतों में आग लगने की सूचना के बाद पुलिस फोर्स मौके पर भेजा गया था। दमकल की गाड़ी पहुंच चुकी थी। आग पर काबू पा लिया गया। नुकसान का आकंलन राजस्व टीम कर रही है।

किसान महेश, रमेश, सुदर्शन, राजकुमार और हरिश्चन्द्र की फसल बर्बाद हुई। आग की घटना के बाद पीड़ित किसान मायूस हो गए हैं। आग की लपट उठते देख ग्रामीण दौड़े और आग बुझाने का प्रयास किए लेकिन हवा तेज होने के कारण आग बढ़ती चली गई। पीड़ित किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। किसानों का कहना है कि अक्सर गर्मी के दिनों में खेतों में विद्युत शार्ट सर्किट से आग लगती है। फिर भी विभाग कुछ नहीं कर रहा है। 

चौबेपुर में आग लगने से एक बीघा फसल जलकर राख 
चौबेपुर थानाक्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव निवासी सत्य नारायण यादव के खेत से हाईटेंशन की लाइन निकली है। बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे एचटी लाइन के तारों से निकली चिंगारी गेहूं की पकी फसल पर गिरने से खेत में आग लग गई। ग्रामीण जब तक माजरा समझ पाते, आग ने विकराल रूप ले लिया। जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके की ओर दौड़े, लेकिन तेज हवा के चलते आग ने आसपास के हरीशंकर व जयसिंह यादव के खेतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। ग्रामीणों द्वारा की गई कड़ी मशक्कत के बाद लगभग एक घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। 

इस दौरान जयसिंह की दस बिस्वा, हरिशंकर की पांच बिस्वा और सत्यनारायण की पांच बिस्वा फसल पूरी तरह जलकर खाक हो गई। बताया गया कि आग लगने की सूचना दिए जाने के बावजूद दमकल की गाड़ी एक घंटा देरी से मौके पर पहुंची। जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष रहा। इस मामले में थाना प्रभारी जगदीश प्रकाश पांडेय ने बताया कि एचटी लाइन के तारों से निकली चिंगारी के कारण खेत में आग लग गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी मौके पर पहुंची थी, लेकिन इसके पहले ही ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया था। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। 

रॉयल गार्डेन के बगल में दो दुकानें जलीं, डेढ़ लाख का नुकसान 
रेलबाजार थानाक्षेत्र अंतर्गत पैराशूट में किराए पर रहने वाली सुषमा ने बताया कि रॉयल गार्डेन के बगल में उसका बीस वर्ष पुराने खाने पीने का होटल था। पति राजेंद्र की बीमारी के चलते वह इसी होटल से दोनों बच्चों दीपांशु व हिमांशु का पालन पोषण कर रही थी। पीड़िता का आरोप है, कि शुक्रवार तड़के सुबह साढ़े चार बजे संदिग्ध परिस्थितियों में होटल में आग लग गई। तेज हवाओं के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर दिया। आग की लपटे इतनी तेज थी कि एक दुकान से बगल की दूसरी दुकान को अपनी चपेट में ले लिया। कुछ ही देर में दुकान भी धू-धूकर जलने लगी। दूसरी दुकान टेंपो स्टैंड वालों ने आफिस बनाकर रखा था। यहां पर गाड़ियों के कुछ पाटर्स आदि जल गए। पीड़िता के अनुसार आग की घटना से 40 कुर्सी, 70 मेज, फिल्टर, बर्तन, गैस भट्ठी, कुछ नकदी व अन्य सामान जलकर खाक हो गया। 

आग से उसका सब कुछ बर्बाद हो गया। आग की चपेट में आकर उसका डेढ़ लाख रुपये से ऊपर का नुकसान हुआ है। पीड़िता के अनुसार सुबह साढ़े छह बजे डायल 100 ने उसके घर पर सूचना दी, तब उसे घटना की जानकारी हो सकी। वहीं भोर पहर आसपास खड़े यात्रियों व राहगीरों में हड़कंप मच गया। चौराहे पर मौजूद पिकेट ने सूचना अग्निशमन विभाग को दी।

मौके पर पहुंची मीरपुर स्टेशन से पहुंची दमकल की एक गाड़ी ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। आग की चपेट में आकर सलीम की तीसरी दुकान का कुछ हिस्सा चपेट में आ गया। उन लोगों के अनुसार यदि समय से दमकल न पहुंचती तो आग बगल की दुकानों, रॉयल गार्डेन और पेट्रोल पंप तक पहुंच सकती थी। जिससे बड़ा हादसा हो सकता था। अग्निशमन के कर्मचारियों के अनुसार आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।

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