अयोध्या: आसान नहीं 10 होम्योपैथिक अस्पतालों के निर्माण की राह

खतौनी में नाम दर्ज कराने को लेकर महीनों से चल रही कवायद

अयोध्या: आसान नहीं 10 होम्योपैथिक अस्पतालों के निर्माण की राह

अमृत विचार, अयोध्या। ग्रामीण क्षेत्रों में 10 होम्योपैथिक अस्पतालों के निर्माण की राह आसान होती नहीं दिखाई दे रही है। चार तहसीलों में लगभग सात महीने पहले अस्पतालों के लिए जमीन उपलब्ध कराए जाने के बावजूद अस्पताल के निर्माण की कवायद अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। हालांकि जिला होम्योपैथिक विभाग की ओर से इसका कारण खतौनी में राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल का नाम दर्ज न होना बताया जा रहा है। विभाग का कहना है कि खतौनी में नाम दर्ज कराए जाने को लेकर लगातार पत्राचार किया गया है। खतौनी में नाम दर्ज होते ही निर्माण को लेकर आगे की कवायद शुरू कर दी जाएगी।
 
 जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ. घनश्याम चौधरी ने बताया कि जनपद की चार तहसीलों सदर, बीकापुर, मिल्कीपुर व सोहावल में विभिन्न ग्राम सभाओं की ओर से सितंबर 2022 तक सारी जमीनें विभाग को उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। जिनका खतौनी में राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल के पक्ष में नाम दर्ज कराए जाने को लेकर पत्राचार भी शुरू कर दिया गया। लेकिन आज तक कोई सकारात्मक परिणाम सामने न आने के कारण निर्माण संबंधित आगे की कवायद शुरू नहीं की जा सकी है। जबकि ग्राम सभाओं की ओर से जमीन आवंटन का प्रस्ताव तहसीलों को पूर्व में भेजा भी जा चुका है। 

उन्होंने बताया कि खतौनी में नाम दर्ज कराए जाने को लेकर 19 अक्टूबर 2022 को सदर तहसील प्रशासन को पत्राचार किया गया था। इसके साथ अन्य तहसीलों से भी पत्राचार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी व शासन स्तर पर हुए पत्राचार के बाद प्रक्रिया अब धीरे-धीरे आगे बढ़ती दिखाई दे रही है। डॉ. घनश्यान चौधरी ने बताया कि खतौनी में अस्पताल का नाम दर्ज किए जाने को लेकर जिलाधिकारी की ओर से 26 मार्च को तहसील प्रशासन को पत्र भेजा गया है। हालांकि अभी तक खतौनी में अस्पताल का नाम दर्ज होने की सूचना नहीं मिली है। विभाग की ओर से भी लगातार प्रयास किया जा रहा है यदि सफलता नहीं मिलती है तो फिर से पत्राचार किया जाएगा। फिलहाल उम्मीद है कि जल्द ही खतौनी में अस्पताल का नाम दर्ज होगा और अस्पताल निर्माण को लेकर आगे की कवायद शुरू की जा सकेगी। 

एक अस्पताल बनने में खर्च होंगे लगभग 50 लाख

जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डा. घनश्याम चौधरी ने बताया कि आवंटित जमीन के प्रस्ताव का राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सायल के पक्ष में खतौनी में दर्ज होने बाद निर्माण को लेकर आगे की प्रक्रिया की जाएगी। उन्होंने बताया अस्पताल निर्माण के लिए इस्टीमेट बनाकर जिला योजना अथवा आयुष मिशन निदेशालय को भेजा जाएगा। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद ही अस्पताल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। उन्होंने बताया कि एक अस्पताल के निर्माण में अनुमानित लागत 50 लाख आ सकती है।

यहां के लिए हुआ है प्रस्ताव

सदर तहसील में - गंगौली, रसूलाबाद, बाकरगंज, अरवत, दलपतपुर, गोसाईगंज
बीकापुर तहसील में- बेनीगद्दोपुर, चौरेबाजार
मिल्कीपुर तहसील में- घोड़वल
सोहावल तहसील में- रौना

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