हज यात्रा: 12 साल से कम के बच्चों पर रोक से भड़के उलमा, बोले- सरकार का फैसला मनमानी भरा
बरेली, अमृत विचार। सऊदी अरब सरकार की ओर से 12 साल से कम उम्र के बच्चों को हज यात्रा पर साथ ले जाने पर प्रतिबंध लगाए जाने पर बरेलवी उलमा ने कड़ा एतराज जताया है। भारत सरकार से मांग की गई है कि वह सऊदी अरब सरकार से बात कर यह प्रतिबंध हटवाए।
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दरगाह आला हजरत के मुफ्ती मोहम्मद सलीम बरेलवी ने कहा कि हज हर उस मुसलमान पर फर्ज है जो हज यात्रा करने में सक्षम हो। मुसलमानों की भावनाओं के कारण हर देश हज यात्रा के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध करने का हर संभव प्रयास करता है। सऊदी अरब सरकार का भी फर्ज बनता है कि वह दुनिया भर के मुस्लिम समुदाय को इस मजहबी फर्ज की अदायगी में सहूलियत दे लेकिन वह आए दिन नए कानून और टैक्स लागू कर उनकी परेशानियां बढ़ा देती है।
मुफ्ती सलीम ने कहा कि मुसलमानों का मजहबी फर्ज अदा करना पहले ही महंगा कर दिया गया है। अब सऊदी सरकार ने एक और मनमाना फैसला जारी कर नई जटिल समस्या खड़ी कर दी है। अगर 12 साल से कम उम्र के बच्चे को मां-बाप हज यात्रा पर साथ नहीं ले जाएंगे तो वे हज जैसे फर्ज की अदायगी से महरूम हो जाएंगे।
हज पर जाने वाले अभिभावक अपने 12 साल के कम उम्र के बच्चे को 45 दिन कैसे छोड़ सकते हैं। दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने भारत सरकार से अपील की है कि वह सऊदी अरब सरकार को भारतीय मुसलमानों की भावनाओं से अवगत कराए ताकि यह रोक हटाई जा सके।
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