नेशनल डीवार्मिंग-डे: बच्चों ने हंस-हंस कर खाई खुराक
कक्षा 1 से 5 तक के स्कूली बच्चों को खिलाई गई एल्बेंडाजोल

अमृत विचार, हरदोई। बच्चों में कुपोषण और खून की कमी को दूर करने के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (नेशनल डीवार्मिंग-डे) पर 1 से साल के सभी बच्चों, किशोर और किशोरियों को एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई गई। बावन ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय जोगीपुर में सभी बच्चों ने हंस-हंस कर खुराक खाई। इस बीच एल्बेंडाजोल क्यों ज़रूरी है? इस बारे में बताया गया।
'कृमि से छुटकारा, सेहतमंद भविष्य हमारा' की थीम पर 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (नेशनल डीवार्मिंग-डे) मनाया गया। प्राथमिक विद्यालय जोगीपुर की प्रधानाध्यापिका तरन्नुम खातून ने कोविड-19 के नियमों पर अमल करते हुए कक्षा 1 से 5 साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई।
उन्होंने बताया कि कृमि जिन्हें पेट के कीड़े कहा जाता है,के संक्रमण से बच्चों में कुपोषण और खून की कमी हो जाती है। जिससे हमेशा थकावट रहती है शारीरिक व मानसिक विकास ठहर जाता है। इस दौरान प्रधानाध्यापिका श्रीमती खातून ने बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को कृमि संक्रमण की रोक-थाम के तरीके बताए।कहा कि इसके लिए साफ-सफाई बेहद ज़रूरी है। इस दौरान विद्यालय की शिक्षिका रेहाना नसरीन, अर्षिता सैनी, रुचि पुरी, शिक्षामित्र प्रशांत कुमार अवस्थी और राकेश कुमार वर्मा के साथ आंगनवाड़ी सहायिका जनका व विद्यालय की रसोइया मौजूद रहीं।
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