छत्तीसगढ़ : CM भूपेश बोले- यहां की संस्कृति बिगाड़ने का काम बृजमोहन ने किया और आज दे रहे ज्ञान
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, भाजपा के कितने नेता मां-बाप की बात मानते हैं? भाजपा के कितने लोग मां-बाप को घर से निकाल देते हैं। अगर रामायण की सभी बातों का पालन करते हैं तो भाजपा को ऐसे लोगों को निकाल देना चाहिए...यहां की संस्कृति बिगाड़ने का काम बृजमोहन ने किया और आज ज्ञान दे रहे हैं।
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यूपी के लखनऊ में रामचरित मानस की प्रतियां फाड़ने और जलाने के मामले में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर निशाना साधा है। सीएम ने कहा कि बीजेपी को राम नाम से कोई मतलब नहीं है। सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ रामचरित मानस की प्रतियां जलाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
रायपुर हेलीपैड से रायगढ़ जिले के खरसिया रवाना होने से पहले सीएम ने राम और रामायण पर हो रही राजनीति को लेकर बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वो अपने घर की शादी पर ध्यान दें। इधर-उधर की बात न करें। उन्होंने आरोप लगाया कि बृजमोहन ने राम वनगमन पथ पर कोई काम नहीं किया।
वो छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बिगाड़ने का काम किया है। रामायण बहुत बड़ा ग्रंथ हैं। उसमें बहुत सारी बातें लिखी होती हैं। आप एक चौपाई भी लेकर चलें तो आपका जीवन सफल हो जाएगा। बीजेपी के कितने नेता हैं, जो अपने मां-बाप का पैर छूते हैं। अपने माता पिता को सम्मान देते हैं। रामायण की अच्छी बातों को स्वीकार करना चाहिए पर बीजेपी के लोग राजनीति कर रहे हैं।
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बृजमोहन ने दुर्भावनापूर्वक मुख्यमंत्री के बयान को लेकर गलत ढंग से पेश किया। मुख्यमंत्री ने जो नहीं कहा बृजमोहन वह कह रहे हैं। मुख्यमंत्री के बयान में अपनी मंशा जोड़ना भाजपा नेता की स्तरहीन हरकत हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री यह कहा है कि रामायण की समीक्षा होनी चाहिए।
जबकि मुख्यमंत्री कही भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। मुख्यमंत्री ने यह कहा कि रामचरित मानस का रामायण का, भगवान राम के चरित्र का हर व्यक्ति को अध्यन करना चाहिए। उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। रामचरित मानस, रामायण लोगों में जागरूकता फैलाती है और लोगों चरित्र का निर्माण करती है।
छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संस्कृति धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रामायण की समीक्षा की बात की है। यह घोर निंदनीय है। रामायण प्रभु श्रीराम की मानव जीवन लीला का चित्रण है। उनके चरित्र से सनातन संस्कृति प्रेरणा लेती है कि समाज में, परिवार में कैसे संबंध होने चाहिए।
रामायण भगवान श्रीराम की जीवन लीला के माध्यम से बताती है कि भाई से , परिजनों से,कैसे संबंध होने चाहिए। संबंधों का महत्व क्या होता है संबंधों का सम्मान कैसे किया जाता है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेसी सनातन संस्कृति के अपमान का एक भी मौका नहीं छोड़ते हैं। कांग्रेसी पहले ही प्रभु श्रीराम के चरित्र को काल्पनिक मानते हैं।
अभी कुछ दिन पहले भूपेश बघेल ने साधु संतों को चमत्कार ना दिखाने की नसीहत दी थी। अब वे रामायण की समीक्षा करने की आपत्तिजनक बात कर रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सनातन संस्कृति के अपमान के लिए भूपेश बघेल देश से माफी मांगें।
उन्होंने कहा कि जब कोरोना के रूप में मानवता पर बड़ा संकट आया तब मनरेगा जैसी योजना मज़दूरों का संबल बनी, उनकी रीढ़ बनी। इस बार मनरेगा का बजट 89,400 करोड़ रू से घटाकर 60,000 करोड़ रू कर दिया गया। यह भाजपा का मज़दूर विरोधी चरित्र है, जो ग़रीबों के मुँह से निवाला छीनकर पूँजीपतियों को देते हैं।
डॉ साहब! आप प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं, प्रदेश की जनता आपको “ट्रोल” की भूमिका में नहीं देखना चाहती. कब तक “काट-काटकर” काम चलाएँगे.
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 3, 2023
बात पूरी सुनिए और फिर कुछ कहिए। https://t.co/BtYaAsvlhh pic.twitter.com/TXrbcCosFf
वहीं पूर्व सीएम Dr Raman Singh ने कहा कि दाऊ भूपेश बघेल यदि रामचरितमानस की प्रत्येक बात प्रत्येक व्यक्ति के लिए सही नहीं है, तो बताइए कि आप मानस की किस बात से इंकार करते हैं? बाबा तुलसीदास द्वारा लिखी गई एक-एक चौपाई, एक-एक शब्द सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण अंश है, जिस पर कोई टीका टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
इस पर बघेल ने कहा, डॉ साहब! आप प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं, प्रदेश की जनता आपको ट्रोल की भूमिका में नहीं देखना चाहती। कब तक काट-काटकर काम चलाएंगे। बात पूरी सुनिए और फिर कुछ कहिए। देश के लोगों का पैसा खतरे में है। देश की जनता का पैसा डूब रहा है। सदन में चर्चा से क्यों भाग रही है केन्द्र सरकार? किसानों की आय तो छत्तीसगढ़ में दोगुनी हुई है।
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