अयोध्या: अब नौनिहालों का शैक्षणिक मूल्यांकन करेंगे प्रशिक्षु
10 -10 विद्यालय किए गए आवंटित

अमृत विचार, अयोध्या। जिले को निपुण जनपद बनाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। अब डायट से डीएलएड, बीटीसी कर रहे करीब 216 प्रशिक्षु जिले के परिषदीय विद्यालयों में भ्रमण कर निपुण विद्यार्थियों की शैक्षिक क्षमता का आंकलन करेंगे। यह पूरी प्रक्रिया तीन चरणों में होगी।
वहीं पहले चरण में कक्षा तीन तक के नौनिहालों को शामिल किया गया है। बेसिक शिक्षा के अन्तर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं की शैक्षिक क्षमता बढ़ाने के लिए निपुण भारत योजना संचालित की जा रही है। इसके अन्तर्गत निपुण छात्र, निपुण विद्यालय, निपुण ब्लॉक के साथ ही अयोध्या को निपुण जनपद बनाने के लिए पूरा शिक्षा विभाग हर स्तर पर प्रयासरत है। कक्षा एक से तीन के नौनिहालों को भाषा व गणित में दक्ष करने के लिए शिक्षकों के साथ ही अब डीएलएड प्रशिक्षुओं की मदद ली जाएगी। शिक्षक जहां अपने-अपने विद्यालयों में निपुण विद्यार्थी तैयार करने के लिए कार्ययोजनाएं बनाकर पढ़ा रहे हैं, वहीं एआरपी, एसआरजी, जिला समन्वयक, डायट मेंटर व खण्ड शिक्षा अधिकारी समय-समय पर विद्यालयों का भ्रमण कर छात्र-छात्राओं से बातचीत कर शिक्षकों को सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
बता दें कि डीएलएड प्रशिक्षुओं को 10-10 विद्यालयों का आवंटन किया गया है। इस कार्य के लिए प्रत्येक प्रशिक्षु को 500 रुपए प्रतिदिन मानदेय मिलेगा। पहले चरण में डीएलएड प्रशिक्षु जिले के प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालयों में जाकर अध्यापकों के सहयोग से कक्षा एक से तीन में अध्ययनरत कक्षावार भाषा व गणित में दक्ष बच्चों का ऐप के माध्यम से आंकलन करेंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि इस संबंध में शिक्षकों को सहयोग के लिए निर्देश दिया गया है।
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