Sultanpur News: पशुशाला में लगी आग, तीन मवेशियों की मौत, चार गंभीर रूप से झुलसे

Sultanpur News: पशुशाला में लगी आग, तीन मवेशियों की मौत, चार गंभीर रूप से झुलसे

जयसिंहपुर, सुल्तानपुर, अमृत विचार। क्षेत्र के देवरी तारनपट्टी में बीती रात पशुशाला में ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी से आग लग गई देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। जब तक ग्रामीण आग पर काबू पाते तब तक पशुशाला में बंधी एक भैंस व पड़वे की जलकर मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने झुलसे हुए दो भैंस एक गाय व दो पडवे को रस्सी काट दिया था। 

लेकिन गंभीर रूप से झुलसी गाय की भी मौत हो गई। वही बगल में बना भूसौला में रखा अनाज भी जलकर खाक हो गया। सूचना पर पहुंचे पशु चिकित्सक झुलसे गोवंश को का इलाज करते हुए मृतक मवेशियों का पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार करवाया। वही राजस्व कर्मियों ने आग से हुई क्षति का आकलन कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी है।

जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के दोस्तपुर विकासखंड अंतर्गत देवरी तारनपट्टी में बीते शुक्रवार की रात लगभग 2 बजे गांव निवासी संतराम यादव पुत्र रामलौट की पशुशाला में ट्रांसफार्मर में शार्ट सर्किट से निकली चिंगारी के चलते आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। नींद से जगे ग्रामीणों ने बिरसिंहपुर विद्युत आपूर्ति केंद्र पर फोन कर विद्युत आपूर्ति बंद करवा फायर बिग्रेड को सूचित करते हुए निजी संसाधनों से आग पर काबू पाने में जुट गए। 

ग्रामीण जब तक आग पर काबू पाते तब तक संतराम की पशुशाला में बंधी 8माह के पेट से रही भैंस व एक पड़वा की जलकर मौत हो चुकी थी। वही दूध दे रही दो भैंस व उनके पड़वे 8माह के पेट से एक गाय को ग्रामीणों ने उनकी रस्सी काटकर निकाल लिया था। जो कि गंभीर रूप से झुलस चुके थे। पशुशाला के बगल स्थित भूसौला भी आग की चपेट में आने से उसमे रखा हुआ खाद्यान्न व भूसा जलकर खाक हो चुका था। 

ग्रामीणों द्वारा आग पर काबू पाए जाने के बाद पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने सुलग रही  आग को बुझाया। सूचना पर बौरा जगदीशपुर पशु चिकित्सक डा शंभू दयाल ने गंभीर रूप से झुलसे मवेशियों का इलाज किया इसी बीच गंभीर रूप से झुलसी 8माह के पेट से गाय  भी शुक्रवार दिन में करीब 11बजे दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंचे हल्का लेखपाल रामअनुज गौड़, कानूनगो अनिल कुमार सिंह ने आग से हुई क्षति का आकलन करें रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी है। 

पशुपालन ही संतराम यादव का था मुख्य व्यवसाय
एक तरफ जहां लोग अपने मवेशियों को छोड़ दे रहे हैं वही संतराम यादव का मुख्य व्यवसाय पशुपालन ही था। जिसके सहारे वह अपने पारिवारिक जनों का भरण पोषण कर रहे थे। मवेशियों के जलकर मौत हो जाने से जहां उनके परिवार का रो रो कर बुरा हाल है। वही संतराम ने बताया कि दूध दे रही दो भैंस गंभीर रूप से झुलसी गई हैं।

वहीं पेट से रही उनकी गाय व भैंस की मौत हो जाने से उनका व्यवसाय खत्म हो गया है। खाने के लिए रखा हुआ अनाज भी जलकर राख हो चुका है। तहसीलदार हृदय राम तिवारी ने बताया कि आग से हुई नुकसान का आकलन राजस्वकर्मियो से कराया गया है जल्द ही शासन से प्राप्त सहायता धनराशि उपलब्ध करा दी जाएगी।

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