पीएम इंस्पायर अवार्ड मानक योजना 2021 राज्य स्तरीय विज्ञान विज्ञान प्रदर्शनी में बाल वैज्ञानिकों की प्रतिभा देखकर प्रमुख सचिव हुए खुश
अमृत विचार लखनऊ। पीएम इंस्पायर अवार्ड मानक योजना (2021 PM Inspire Award Standard Scheme 2021) की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी State Level Science Exhibition 2021 का आयोजन शुक्रवार लखनऊ पब्लिक कॉलेजिएट के प्रांगण में किया गया है। इस प्रदर्शनी में अलग-अलग जिलों में कक्षा 6 से 10 तक पढ़ाई करने वाले 121 बाल वैज्ञानिको ने अपने नवाचारी मॉडल प्रस्तुत किये। इस दौरान सरकारी और निजी दोनो विद्यालयों के बच्चे एक ही मंच पर अपना हुनर दिखाते नजर आये।
इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिव बेसिक व माध्यमिक दीपक कुमार ने बच्चों का हौसला बढ़ाते हुए प्रस्तुत वैज्ञानिक मॉडलों का अवलोकन भी किया। 59 जनपदों से कुल 118 छात्र / छात्राओं ने प्रतिभाग किया, जिसमें 67 छात्र एवं 51 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता में कुल 10 मॉडल राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता हेतु वैज्ञानिकों की निर्णायक टीम द्वारा चयनित किये गये तथा चयनित प्रतिभागियों को प्रमुख सचिव माध्यमिक व बेसिक दीपक कुमार ने प्रशस्ति पत्र व मेडल प्रदान करके सम्मानित किया। प्रमुख सचिव ने प्रतिभागियों से उनके द्वारा प्रस्तुत मॉडल के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की और उससे जुड़े सवालों को भी पूछा। जिसका बच्चों ने कुशलता से जवाब दिया।
इस मौके पर निदेशक माध्यमिक महेन्द्र देव सिंह, Director Secondary Mahendra Dev Singh अपर शिक्षा निदेशक व्यवसायिक शिक्षा मंजू शर्मा , (Additional Director of Education Vocational Education Manju Sharma) संयुक्त शिक्षा निदेशक शिविर कार्यालय भगवती सिंह, (Joint Director of Education Camp Office Bhagwati Singh) जेडी माध्यमिक लखनऊ मंडल सुरेन्द्र कुमार तिवारी, (JD Secondary Lucknow Circle Surendra Kumar Tiwari) उप शिक्षा निदेशक डॉ ओम प्रकाश मिश्रा, Deputy (Education Director Dr Om Prakash Mishra) जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार, (District School Inspector Rakesh Kumar) डीआईओएस टू दिनेश कुमार सिंह राठौर, (DIOS to Dinesh Kumar Singh Rathore) सह निरीक्षक रीता सिंह, सह निरीक्षक, सह जिला विद्यालय निरीक्षक पूनम शाही, मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ दिनेश कुमार
(Divisional Science Progress Officer Dr. Dinesh Kumar) शामिल हुए। इस प्रदर्शनी में प्रत्येक विद्यालय के विज्ञान विषय में विशेष अभिरूचि रखने वाले कक्षा 6 से 10 तक के छात्र, छात्राओं को विज्ञान प्रोजेक्ट, मॉडल तैयार करने के लिए 10 हजार रुपए प्रोत्साहन धनराशि प्रदान की जाती है।
शिक्षक पढ़ाने के साथ बच्चों से भी बात करें- प्रमुख सचिव
प्रदर्शनी को देखने के बाद बच्चों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्रमुख सचिव बेसिक व माध्यमिक दीपक कुमार ने कहा हर बच्चे में एक वैज्ञानिक सोच होती है। इसलिए शिक्षक बच्चो को पढ़ाने के साथ-साथ उनसे बात भी करें ताकि बच्चे की सोच के बारे में भी पता चल सके। प्रमुख सचिव ने कहा कि एक दौर था जब शिक्षक बोलते थे और बच्चे सुनते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होना चाहिए। बच्चों की भी मंशा को समझने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है। प्रमुख सचिव ने बच्चों के नवाचारी मॉडलों को देखकर प्रसन्नता जाहिर साथ ही कहा मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि आपको सफलता मिले और जापान यात्रा पर आप भी जायें।
इंस्पायर अवार्ड अवार्ड मानक योजना से बच्चों में बढ़ रही वैज्ञानिक सोच- निदेशक
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना बच्चों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा दे रही है। सभी जिलों में बच्चों को इसका लाभ मिले इस संबंध में विभागीय स्तर पर तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं। ये बात माध्यमिक शिक्षा निदेशक महेन्द्र देव ने कही। उन्होंने बच्चों की प्रंशसा करते हुए कहा बच्चों ने जो अपने हुनर दिखाये हैं वह बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हर साल बच्चों का इस योजना में चयन हो इसके लिए तेजी से प्रयास किया जायेंगे।
आज के बच्चे कल बनेंगे वैज्ञानिक- सुरेन्द्र तिवारी
प्रदर्शनी के आयोजन की जिम्मेदारी संभाल रहे जेडी माध्यमिक लखनऊ मंडल सुरेन्द्र तिवारी ने अमृत विचार से बातचीत में कहा कि इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के माध्यम से सरकारी और निजी विद्यालयों के बच्चों को ही एक ही मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों वैज्ञानिक सोच को बढ़ाने में शिक्षक भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बच्चों को इसके माध्यम से विदेशों में भी अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा का परचम लहराने का अवसर मिलता है। उन्होंने ऐसे ही प्रयास से आज के बच्चे कल के वैज्ञानिक बनेंगे।
हर बच्चे को विज्ञान से जुड़ने की जरूरत- डॉ दिनेश
हर बच्चे में एक वैज्ञानिक सोच होती है, इंस्पायर अवार्ड मानक योजना ने चरणबद्ध तरीके से बच्चों को आगे बढ़ने का अवसर दिया है। ये आज राज्य स्तरीय प्रदर्शनी सफलता पूर्वक आयोजित हुई है। आगे भी तेजी से प्रयास किए जायेंगे इससे भी बेहतर मॉडल के साथ बच्चे अगली प्रदर्शनी में अपनी प्रतिभा को दिखा सके। इससे पहले जिले और फिर मंडल स्तर की प्रदर्शनी के बाद ये राज्य स्तरीय प्रदर्शनी आयोजित हुई , बड़ी बात ये है कि 121 बच्चों को अपने नवाचारी मॉडल प्रस्तुत करने का मौका मिला है।