लखनऊः चटोरी गली में नहीं लग पाएगा इन लोगों का ठेला, जानें क्या हैं नए नियम

लखनऊः चटोरी गली में नहीं लग पाएगा इन लोगों का ठेला, जानें क्या हैं नए नियम

लखनऊ, अमृत विचार: 1090 चौराहा स्थित चटोरी गली में अब सिर्फ 140 दुकानें ही लगेंगी। पुलिस सभी दुकानदारों का सत्यापन करेगी। जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होंगे, उनको अनुमति पत्र नहीं दिया जाएगा। सभी ठेलों पर वाइस रिकार्डिंग वाले सीसीटीवी कैमरे भी लगवाने होंगे। डीसीपी मध्य के निर्देश पर इस संबंध मेंं स्मारक समिति को पत्र भेजा गया है।

पुलिस के मुताबिक चटोरी गली में 6 जनवरी को शिल्पी नानवेज प्वाइंट के कर्मियों ने पैसे के विवाद पर एक युवक को पीट दिया था। उसके साथ मौजूद महिलाओं और बुजुर्गों के साथ बदसलूकी की गई थी। ठेला मालिक मनोज सिंह ने गौतमपल्ली थाने में भी हंगामा किया था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। इसके बाद पुलिस ने चटोरी गली के दुकानदारों के साथ बैठक की। सभी ठेला मालिकों का नंबर और पता नोट किया। इसमें पता चला कि अभी 172 दुकानों लग रही हैं।

एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल ने बताया कि चटोरी गली का निरीक्षण किया गया। जिसमें वहां 140 दुकानें लगाने की जगह ही है। इतनी ही दुकानें लगानी दी जाएंगी। इनमें तीन दुकानें एसिड पीड़ितों के लिए आरक्षित की गई हैं। 15 दुकानें पिंक स्टाल होंगी। 122 दुकानें अन्य को आवंटित की जाएंगी। आवंटन के लिए एलडीए की स्मारक समिति को पत्र लिखकर भेजा गया है।

तीन श्रेणियों में बांटीं गईं दुकानें

एसीपी हजरतगंज ने बताया कि दुकानों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। इसमें सबसे पहले पिंक काउंटर लगेंगे। इनका संचालन महिलाएं करेंगी। इसके बाद वेज और नानवेज काउंटर खुलेंगे, ताकि लोगों को अपनी पसंद का व्यंजन आसानी से मिल सके।

विवाद करने वाले भाजपा नेता की सुरक्षा हटी

रविवार रात को पत्रकार के परिवार के साथ बदसलूकी करने वाले भाजपा नेता व फूड स्टॉल संचालक मनोज सिंह की सुरक्षा शनिवार को हटा दी गई। प्रमुख सचिव गृह के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। शनिवार को पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल अपर मुख्य सचिव गृह से मिलकर मामले की जानकारी दी थी। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

यह भी पढ़ेः लखनऊः "सम्पूर्ण" से बढ़ेगी शिक्षकों की कार्यकुशलता, SCERT ने तैयार किया नया मॉडल