दहेज उत्पीड़न: दो दिन तक गर्भवती को बनाया बंधक, फिर पेट पर मारी लात
अमृत विचार, रायबरेली। दहेज की मांग पूरी न होने पर एक विवाहिता के अमानवीय कृत्य किया गया है। पीड़िता का आरोप है कि उसे दो दिन तक बिना खाना पानी के कमरे में बंद रखा गया और उसके पेट में लात मारकर गर्भस्त शिशु को क्षति पहुंचाया गया है।
मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के गांव पर्वत का पुरवा का है। गांव की रहने वाली मनीषा का कहना है कि उसकी शादी करीब एक साल पहले हुई थी। शादी में उसके माता-पिता ने अपने सामर्थ्य के अनुसार दान दहेज भी दिया था। लेकिन उसके ससुराल वाले दहेज में एक लाख रुपए अतिरिक्त और कार की मांग करते रहे है। इस बात को लेकर शादी के बाद से ही उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता रहा है । महिला का कहना है कि पूर्व में वह गर्भवती हुई थी, तो उसके पति ने धोखे से दवा खिलाकर गर्भपात करा दिया था।
इस समय वह पुनः गर्भवती है। महिला का आरोप है कि एक दिन पहले दहेज के लिए उसकी सास ,ससुर ,देवर और पति ने मिलकर उसके साथ मारपीट की और उसे घर के एक कमरे में बंद कर दिया गया। दो दिन तक उसे खाना पानी भी नहीं दिया गया। इस दौरान उसके पेट में लात मारकर गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंचाया गया है । रविवार को कोतवाली पहुंची महिला ने अपने ससुराल वालों के विरुद्ध कार्यवाही और खुद की डॉक्टरी जांच कराने का अनुरोध किया है। कोतवाल बालेंदु गौतम ने बताया कि महिला को वरिष्ठ चिकित्सक से परामर्श की सलाह दी गई है। मामले में कार्रवाई की जा रही है।
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