Video: 'पियोगे तो मरोगे', छपरा में जहरीली शराब से हुई 39 मौतों पर CM नीतीश का बयान
पटना। बिहार के छपरा में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या 39 तक पहुंच चुकी है। बताया जा रहा है कि अभी ये संख्या और बढ़ सकती है। शराबबंदी वाले बिहार में जहरीली शराब पीने से हो रही मौतों पर एक बार फिर से नीतीश कुमार सरकार घिर गई है। विधानसभा में जहां बीजेपी विधायक इस मुद्दे को लेकर हंगामा कर रहे हैं तो वहीं सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि पियोगे तो मरोगे।
जहरीली शराब से छपरा में 39 लोगों की मृत्यु पर बिहार CM नीतीश कुमार ने कहा कि जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं। लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराबबंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा। इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा।
जहरीली शराब से छपरा में 39 लोगों की मृत्यु पर बिहार CM नीतीश कुमार बोले- जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं। लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा। इस पर पूरी तरह से एक्शन होगा। pic.twitter.com/xRq1KBElON
— Amrit Vichar (@AmritVichar) December 15, 2022
CM नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने अधिकारियों को कहा है कि गरीबों को न पकड़ें जो लोग इसका व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें पकड़ें। शराब बंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ है कई लोगों ने शराब छोड़ दी है।
छपरा में जहरीली शराब से हुई मौतों पर केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि ये बिहार का दुर्भाग्य है। बिहार में जब से शराब नीति चली है तब से कई हजार लोग मर गए। मगर मुख्यमंत्री की संवेदना नहीं जगती और जब सदन में कोई इसको उठाता है तो उससे ऐसा व्यवहार करते हैं जो कोई उम्मीद नहीं करता।
BJP सांसद सुशील मोदी ने कहा कि मैं मानता हूं कि जहरीली शराब की वजह से दूसरे राज्यों में भी लोग मर सकते हैं। आपने (नीतीश कुमार) बिहार में जब शराबबंदी लागू करने का निर्णय लिया, तो फिर कैसे इतनी बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं, इतनी बड़ी संख्या में लोग जेल कैसे जा रहे हैं? हम शराबबंदी के समर्थन में हैं मगर इसकी समीक्षा किए जाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री को इस विफलता की जिम्मेदारी लेकर सदन में और भाजपा के विधायकों से क्षमा मांगनी चाहिए।