बांदा: फिर चला जिलाधिकारी की कार्रवाई का चाबुक, लेखपाल के बाद सचिव को किया निलंबित
खण्ड विकास अधिकारी नरैनी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया
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अमृत विचार, बांदा। जनपद में जिलाधिकारी की कार्रवाई का चाबुक तेजी से चल रहा है। लेखपाल के बाद जिलाधिकारी दीपा रंजन ने सोमवार को बिसंडा विकास खंड के ग्राम पंचायत कैरी में खड़ंजा निर्माण में अनियमितता पाये जाने पर ग्राम विकास अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। निलम्बन की अवधि में ग्राम विकास अधिकारी विकास खण्ड बिसण्डा से सम्बद्ध रहेंगे। इस प्रकरण में खण्ड विकास अधिकारी नरैनी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
ग्राम पंचायत कैरी में कराये गये विभिन्न विकास कार्यों के सन्दर्भ में जानकीशरण मौर्य पुत्र रामनारायण मौर्य निवासी ग्राम पंचायत कैरी ब्लाक बिसण्डा ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देते हुए अवगत कराया था कि ग्राम पंचायत कैरी में ग्राम प्रधान व सचिव ने ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर वित्तीय अनियमितता करते हुए बिना काम कराये ही सचिव व ग्राम प्रधान ने धनराशि आहरित कर ली। इसकी जांच जिलाधिकारी दीपा रंजन ने जिला विकास अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया गया था।
मामले की जांच कर जिला विकास अधिकारी राघवेन्द्र तिवारी ने अपनी आख्या प्रस्तुत की। जांच में पाया गया कि विकास खण्ड बिसण्डा के ग्राम पंचायत कैरी में खडण्जा निर्माण में गम्भीर अनियमितता हुई। इस आरोप में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित सचिव सुरेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि निलम्बन की अवधि में सचिव सुरेश कुमार विकास खंड बिसंडा से सम्बद्ध रहेंगे। इस प्रकरण में खण्ड विकास अधिकारी नरैनी को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
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