बरेली: संजय नगर की अधूरी सड़क...आश्वासन की घुट्टी का चुनाव में दिखेगा असर

संजय नगर की डेढ़ फिट ऊंची-नीची सड़क, जो एक साइड बनी और दूसरी साइड अधबनी है।

बरेली: संजय नगर की अधूरी सड़क...आश्वासन की घुट्टी का चुनाव में दिखेगा असर

सुरेश पाण्डेय/बरेली, अमृत विचार।  पांच वार्डों की मुख्य सड़क पांच साल में भी पूरी नहीं हो पाई है। सड़क नहीं बनने और इससे होने वाली दिक्कतों का असर मेयर और पार्षद पद पर पड़ सकता है। पार्षदों का कहना है कि पिछले चुनाव में इन वार्डों से भाजपा के मेयर प्रत्याशी को एकतरफा वोट मिला था, लेकिन अधूरी सड़क से वार्ड की जनता, व्यापारियों और इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को परेशानी होती हैं, बारिश में अधूरी और डेढ़ फिट ऊंची नीची सड़क में जो लोग गिरकर चोटिल हुए। वे अपना दर्द कैसे भूल पाएंगे। जाहिर है वे मौजूदा जनप्रतिनिधि को ही इसका जिम्मेदार ठहराएंगे। क्षेत्रीय पार्षद तो सड़क निर्माण के लिए कई वर्षों से प्रयासरत हैं, लेकिन उन्हें भी केवल आश्वासनों की ही घुट्टी पिलाई जा रही है।

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'आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया' वाली तर्ज नगर निगम की है। बजट को देखे बिना कराए गए निर्माण कार्यों का असर चुनाव पर पड़ना तय है। अब चुनाव नजदीक आने पर नेताओं के माथे पर भी पसीना आने लगा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण संजय नगर रोड है। जुलाई में यह अधूरा मार्ग बनाने को ठेकेदार आए। चार साल बाद अधूरा मार्ग बनना शुरू हुआ था, लेकिन तब आरसीसी सड़क में न तो सरिया और न नालियों का निर्माण ठेकेदार कर रहे थे तो जनता ने ही काम रुकवा दिया और अधबना संजय नगर मार्ग छोड़कर ठेकेदार फरार हो गए।

यह है समस्या
संजय नगर में 800 मीटर और 500 मीटर के दो टुकड़ों में सड़क का निर्माण मंजूर हुआ था। एक ठेकेदार ने आरसीसी की सड़क में सरिया
, ऊंचाई और मानक का प्रयोग करते हुए काम पूरा कर दिया, लेकिन 500 मीटर सड़क का टुकड़ा कई सालों से अधूरा पड़ा रहा, बरसात में जलभराव भी खूब हुआ।

इन वार्डों के लोगों का हर रोज मुख्य मार्ग से पड़ता है पाला
छोटी विहार
, सुरेश शर्मा नगर, जोगीनवादा, संजय नगर और ब्रह्मपुरा वार्ड के लोगों का हर रोज संजय नगर के मुख्य मार्ग से पाला पड़ता है। किसी को स्टेडियम रोड, मंडी या डीडीपुरम की तरफ आना होता है तो वह संजय नगर मुख्यमार्ग से ही गुजरता है। इन सभी वार्डों में पिछली बार मेयर प्रत्याशी रहे डा. उमेश गौतम को एकतरफा वोट पड़ा। सुरेश शर्मा नगर वार्ड से सपा प्रत्याशी जीते, लेकिन मेयर के लिए जनता ने भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया था। अधबनी सड़क से परेशान लोगों का कहना है कि सड़क पर पड़े पत्थर, गिट्टी की चपेट में आकर वाहन चालक गिर रहे हैं। दुकान खोलने में धूल मिट्टी सांस के जरिए शरीर में जा रही। इससे लोग बीमार भी हो रहे।

यह कहते हैं पार्षद
कई साल से इस मार्ग को बनवाने की जद्दोजहद कर रहा हूं ,लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। मेरे ही वार्ड में यह सड़क आती है, बारात घर से निर्माण अधूरा है। वार्ड में काम हुए लेकिन, अधूरी सड़क इस बार दिक्कत डाल सकती है। पिछले चुनाव में मेयर को 4008 वोट मिले थे। उन्हें 1639 और निर्दलीय को 1006 वोट मिले थे-वीरेन्द्र कुमार, ब्रह्मपुरा पार्षद।

संजय नगर की सड़कों को गड्ढा मुक्ति में नहीं लगाया। मुख्य सड़क को बनवाने के लिए कई बार नगर आयुक्त से मिले, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। अफसर सुन कहां रहे हैं। जनता ने दिक्कत तो झेली है। चुनाव पास में है। जनता का निर्णय शिरोधार्य होगा, पिछले चुनाव में मेयर को 3800 वोट मिले थे। उन्हें 1868 और सपा को 829 वोट मिले थे-अवनेश कुमार, संजय नगर पार्षद।

सड़क बनने में जब क्षेत्रीय पार्षद की नहीं सुनी जा रही तो हमारी कहां सुनी जाएगी। उनके क्षेत्र की जनता भी संजय नगर मुख्य मार्ग का प्रयोग करती है, लेकिन चुनाव पर इसका असर नहीं पड़ेगा। जनता भाजपा के नाम पर वोट देगी। पिछले बार उन्हें 1031 वोट और निर्दलीय को 912 वोट मिले थे।

अनुपम- पार्षद छोटी विहार
सब्जी मंडी वाले मार्ग से होकर लोग मुख्य सड़क तक आते हैं। स्टेडियम रोड जाने के लिए यहीं मुख्य मार्ग है। दो -दो पार्षद लगे हैं, लेकिन अफसर सुन नहीं रहे हैं और जनता पार्षदों को सुना रही। वार्ड में चार सड़कें अधूरी हैं। चुनाव में कुछ असर पड़ सकता है, लेकिन जनता जान रही है कि अफसर ही नहीं सुन रहे।

बनवारी लाल शर्मा, पार्षद पति जोगी नवादा
संजय नगर की सड़क का लाभ हमारे वार्ड की जनता भी लेती है। विपक्ष का पार्षद हूं, लेकिन वार्ड में काम हुए हैं। बजट की वजह से काम नहीं हो रहा है। पहले काम करा लिए गए, लेकिन ठेकेदारों का भुगतान नहीं हुआ तो नया काम कैसे होगा। अफसर सुन नहीं रहे हैं। पिछले चुनाव में मेयर इस वार्ड से जीते थे। पार्षद में 1031 और बीजेपी को 828 वोट मिले थे-नरेश कुमार, पार्षद सुरेश शर्मा नगर।

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