बरेली: TTE के संभावित ठिकानों पर GRP टीमों ने की छापेमारी, फौजी को ट्रेन से धक्का देने का है आरोप

दिल्ली, गुवाहाटी व लखनऊ में आरोपी टीटीई को तलाश रहीं टीमें

बरेली: TTE के संभावित ठिकानों पर GRP टीमों ने की छापेमारी, फौजी को ट्रेन से धक्का देने का है आरोप

बरेली, अमृत विचार फौजी को ट्रेन से धक्का देने के मामले में परिजनों ने जीआरपी पर निष्क्रियता का आरोप लगाया था। अब फौजी के मौत के बाद जीआरपी ने सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। जीआरपी अनुभाग मुरादाबाद के अधिकारियों द्वारा गठित टीमें टीटीई की तलाश में रवाना हो गईं हैं।

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टीटीई के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। दिल्ली, गुवाहाटी व लखनऊ में जीआरपी की तीन टीमों ने डेरा डाल दिया है। गुरुवार को हत्या के प्रयास की धाराओं में दर्ज मुकदमे को हत्या में तरमीम कर दिया गया। वहीं सेना पुलिस द्वारा भी अपने स्तर से विभागीय जांच की जा रही है। घटना वाले दिन से लेकर अब तक कई बार सेना के अधिकारी सीसीटीवी फुटेज चेक कर चुके हैं।

17 नवंबर को को ट्रेन संख्या 20503 डिब्रूगढ़ नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस जंक्शन पहुंची तो भाग कर ट्रेन पकड़ रहे गांव भरसौता हल्दी जिला बलिया निवासी 30 वर्षीय राजपूताना राइफल्स रेजीमेंट की यूनिट 24 में तैनात फौजी सोनू सिंह को बी-6 कोच से ट्रेन के टीटीई कूपन बोरों पर ट्रेन से धक्का देने का आरोप लगा था। घटना में उनकी एक टांग पूरी तरह कट गई, जबकि दूसरी टांग गंभीर रूप से कुचलने के कारण बाद में डाक्टरों ने उसे काट दिया।

सात दिन बाद फौजी सोनू सिंह की सेना के अस्पताल में मौत हो गई थी। गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। शुक्रवार को जीआरपी ने मुकदमे को हत्या की धाराओं में तरमीम कर दिया। जीआरपी प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि आरोपी टीटीई की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों को लखनऊ, गुवाहाटी, दिल्ली भेजा गया है। इसके अलावा उसके संभावित ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है।

शव गांव पहुंचा तो ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
सैनिक सोनू सिंह का शव गांव भरसौता हल्दी पहुंचा तो आक्रोशित ग्रामीण एंबुलेंस को रोककर हंगामा करने लगे। सैनिक के साथ हुई घटना के बाद से ही गांव के लोगों में गुस्सा था। शुक्रवार को शव गांव पहुंचा तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। फौजी को श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई।

रेलवे ने रखा पक्ष, धक्का नहीं दिया पैर फिसला
ट्रेन में फौजी सोनू सिंह के साथ हुई घटना को लेकर रेलवे की तरफ से अपना पक्ष रखा गया है। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि पूरे मामले की रेल प्रशासन द्वारा जांच की जा रही है। जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि फौजी सोनू कुमार सिंह बिना टिकट के ट्रेन संख्या 20503 राजधानी एक्सप्रेस में अनाधिकृत रूप से यात्रा कर रहे थे। उनको ट्रेन के टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा बरेली जंक्शन पर उतार दिया गया
, लेकिन उन्होंने दोबारा चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया था।

चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में वह गिर गए थे। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि पूरे मामले में घटना के गवाहों के बयान लिए गए हैं। किसी भी गवाह ने सोनू कुमार सिंह को ट्रेन के टीटीई द्वारा या किसी भी अन्य व्यक्ति द्वारा धक्का देते नहीं देखा। स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज की रिकार्डिंग में दिख रहा है कि जब ट्रेन बरेली जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो से रवाना हो रही थी तो ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली थी। उसी समय सोनू सिंह ने ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया और उनका पैर फिसल गया, जिससे वह ट्रेन के नीचे आ गए।

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