अयोध्या: 16 होम्योपैथिक हॉस्पिटल के पास नहीं है खुद का भवन, किराए के मकान में हो रहे संचालित

अयोध्या: 16 होम्योपैथिक हॉस्पिटल के पास नहीं है खुद का भवन, किराए के मकान में हो रहे संचालित

अमृत विचार, अयोध्या। अयोध्या के विकास को नया आयाम देने में तल्लीन सूबे की सरकार में मीठी गोली से लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाली होम्योपैथिक की स्वास्थ्य व्यवस्था जिले में उपेक्षित नजर आ रही है। आलम यह है कि उपचार के लिए जिले में 20 राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय मौजूद तो हैं लेकिन उनके पास अपना खुद भवन नहीं है।

20 राजकीय होम्योपैथिक अस्पतालों में दो जिला अस्पताल व श्रीराम अस्पताल में संचालित हो रहे हैं जबकि दो अस्पताल दान के भवन पर आश्रित है। इसके अलावा कुल 16 राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय किराए में भवनों में संचालित किए जा रहे हैं। 

जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ. घनश्याम चौधरी ने बताया कि जिले में कुल 20 राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय संचालित किए जा रहे हैं, जहां लोगों को उपचार किया जा रहा है। उनका कहना है कि 20 राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल में से एक जिला चिकित्सालय व एक श्रीराम अस्पताल पसिर में संचालित हो रहे हैं, सरकारी होने की वजह से उनको किराया नहीं देना पड़ रहा है।

वहीं दो अस्पताल दान की मकान में संचालित हो रहे हैं, जिनमें लक्ष्मणघाट व कटरा शामिल है। इसके अलावा रौनाही, हथिगो, बेनीगद्दोपुर, बाकरगंज, कसेरुआ, गंगौली, चौरेबाजार, दलपतपुर, रसूलाबाद, कुसेरा, घोड़वल, गोसाईगंज, देवइत, रामपुरभगन, अरवत, गोपालपुर 16 होम्योपैथिक चिकित्सालय किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं, जिनके एवज में प्रतिवर्ष 19,200 किराए का भुगतान किया जा रहा है। उनका कहना है कि एक अस्पताल का किराया प्रतिमाह 100 रुपये भुगतान किया जा रहा है। 

तीन डाक्टर व चार फार्मासिस्ट के पद हैं खाली 
होम्योपैथिक अस्पतालों के पास भवन की बात छोड़ दें तो यहां न तो पर्याप्त चिकित्सक और न ही फार्मासिस्ट की तैनाती है। जिले के सभी 20 होम्योपैथिक चिकित्सालयों के लिए डाक्टरों के 21 पद स्वीकृत हैं जबकि फार्मासिस्ट के 20 पद स्वीकृत हैं। वर्तमान में 21 डाक्टरों के सापेक्ष सिर्फ 18 डाक्टरों की तैनाती हैं। जिला अस्पताल, कटरा व लक्ष्मणघाट में डाक्टरों का पद रिक्त है। वहीं 20 फार्मासिस्ट के सापेक्ष 16 फार्मासिस्ट ही तैनात हैं। श्रीराम अस्पताल, गंगौली, अरवत व चौरेबाजार में फार्मासिस्ट के पद रिक्त हैं। 

सन 2018 से डाक्टरों व फार्मासिस्टों का स्थानांतरण न होने की वजह से समस्या आई है। फिलहाल स्थानीय स्तर पर व्यवस्था सुनिश्चित कर अस्पताल का संचालन कराया जा रहा है। वहीं किराए पर संचालित हो रहे अस्पताल को के लिए प्रतिमाह 100 रूपये का भुगतान किया जा रहा है। कुछ अस्पतालों के लिए ग्रामसभा की ओर भूमि आवंटन का प्रस्ताव हुआ है। आगे की प्रक्रिया के लिए पत्राचार किया जा रहा है ...डॉ. घनश्याम चौधरी, जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी, अयोध्या।

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