अयोध्या : मासूम बच्चे के लिए वरदान साबित हुई आरबीएसके

अयोध्या : मासूम बच्चे के लिए वरदान साबित हुई आरबीएसके

अमृत विचार, रुदौली, अयोध्या। गंभीर रोग से ग्रसित बच्चों के लिये जिले में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) वरदान साबित हो रहा है। ये योजना खास तौर पर उन बच्चों के लिए बहुत कारगर साबित हो रही है, जिनके माता पिता अपनी आर्थिक तंगी के कारण गंभीर रोग से ग्रस्त अपने बच्चे का समुचित …

अमृत विचार, रुदौली, अयोध्या। गंभीर रोग से ग्रसित बच्चों के लिये जिले में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) वरदान साबित हो रहा है। ये योजना खास तौर पर उन बच्चों के लिए बहुत कारगर साबित हो रही है, जिनके माता पिता अपनी आर्थिक तंगी के कारण गंभीर रोग से ग्रस्त अपने बच्चे का समुचित इलाज नहीं करा सकते हैं। ऐसा ही एक मामला मवई विकासखंड के गंजकरी गांव के अजय कुमार व उनकी पत्नी विजय कुमार के नवजात पुत्र के सफल उपचार को लेकर सामने आ रहा है।

बच्चे अयांश के जन्म लेने के कुछ दिन बाद परिजनों ने देखा कि उनके बच्चे दाहिना पैर कुछ टेढ़ा है। परिजन महंगे खर्च के कारण उसका उपचार नहीं करा पा रहे थे। अजय ने बताया कि कुछ दिन बाद अपनी सहायिका कौशल देवी के साथ घर पर पोषण खाद्यान्न देने आई आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुषमा देवी को उनकी पत्नी ने बच्चे के पैर को दिखाया।

तब उन्होंने तत्काल आरबीएसके टीम के प्रभारी डॉ. उबेदुर्रहमान व डॉ. रंजना गुप्ता को फोन कर सूचना दी। सूचना मिलते ही चिकित्सकों की पूरी टीम उनके घर पहुंची। बच्चे की फोटो खींचकर तत्काल जिले के चिकित्सक से संपर्क किया। अयांश के पीड़ित पिता ने बताया विगत एक माह में 4 प्लास्टर चढ़ा है और बच्चे का पैर लगभग 90% सही हो गया।

यह भी पढ़ें:- बरेली: भारतीय दिव्यांग सेवा समिति ने DM कार्यालय का किया घेराव, दिव्यांगजन न्यायालय के गठन की मांग की