रुड़की: ‘हैलो! मैं डिप्टी सीएमओ बोल रहा हूं…मेरे पेट में चाकू घोंप दिया है…इस सूचना के तीन घंटे बाद चढ़ा पुलिस का पारा

रुड़की, अमृत विचार। सुनकर हंसी तो आएगी लेकिर रविवार को एक फर्जी फोन कॉल ने पुलिस को तीन घंटे रुड़की की सड़कों में दौड़ा दिया। ‘हैलो! मैं डिप्टी सीएमओ बोल रहा हूं। एक युवक ने मेरे पेट में चाकू घोंप दिया है। मुझे रुड़की के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’ इतना सुनते …
रुड़की, अमृत विचार। सुनकर हंसी तो आएगी लेकिर रविवार को एक फर्जी फोन कॉल ने पुलिस को तीन घंटे रुड़की की सड़कों में दौड़ा दिया। ‘हैलो! मैं डिप्टी सीएमओ बोल रहा हूं। एक युवक ने मेरे पेट में चाकू घोंप दिया है। मुझे रुड़की के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’ इतना सुनते ही पुलिस ने ना आव देखा ना ताव और खोजबीन में लग गई। लेकिन जब सच सामने आया तो गुस्साई पुलिस ने व्यक्ति का चालान काट दिया।
बताते चले की रविवार को नशे की हालत में एक जिले में तैनात डिप्टी सीएमओ ने पुलिस को झूठी सूचना देकर तीन घंटे तक दौड़ा दिया। पुलिस को सच्चाई का पता चला तो डिप्टी सीएमओ का मेडिकल कराकर चालान कर दिया। पुलिस ने बताया कि सुशील कुमार निवासी सिविल लाइंस की उत्तरकाशी जिले में आयुर्वेद अस्पताल में डिप्टी सीएमओ के पद पर तैनाती है। रात के समय उन्होंने पुलिस को फोन कर सूचना दी कि बॉबी नाम के युवक ने उनके पेट में चाकू घोंप दिया है। वह रुड़की के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए हैं। सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया।
पुलिस आननफानन बताए गए अस्पताल में पहुंची और जानकारी ली। वहां पता चला कि वहां इस नाम का कोई शख्स नहीं आया है। पुलिस ने उस नंबर पर कॉल की तो वह बंद आया। काफी देर तक पुलिस नंबर पर कॉल करती रही।इसके बाद कॉल लगी तो पुलिस को डिप्टी सीएमओ ने बताया कि वह जौलीग्रांट पहुंच गए हैं और यहां पर भर्ती हैं। पुलिस ने किसी डॉक्टर या कर्मचारी से बात कराने की बात कही तो उन्होंने इनकार कर दिया।
इस पर पुलिस ने डिप्टी सीएमओ के घर के बारे में जानकारी ली। घर का पता चलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो डिप्टी सीएमओ घर के बाहर सड़क पर हंगामा करते दिखे। पुलिस ने उन्हें शांत करने का प्रयास किया तो वह भिड़ गए और डिप्टी सीएमओ की हनक दिखाने लगे। इस पर पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर कोतवाली ले आई।
यहां से सिविल अस्पताल लेकर पहुंची और मेडिकल कराया। इसमें उनके नशे में होने की पुष्टि हुई। कोतवाली प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि सुशील कुमार के खिलाफ पुलिस एक्ट में कार्रवाई करते हुए चालान कर जुर्माना लगाकर कोतवाली से ही छोड़ दिया गया है। साथ ही भविष्य में दोबारा झूठी सूचना देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।