बरेली: दूसरे दिन 65 फीसदी अभ्यर्थियों ने दी पीईटी परीक्षा, प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में हुई संपन्न
बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में दूसरे दिन रविवार को 65 फीसदी अभ्यर्थी शामिल हुए। 44784 में से 29134 अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जबकि 15650 अनुपस्थित रहे। पहली पाली में 14700 व दूसरी पाली में 14434 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में सुबह 10 बजे शुरू …
बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में दूसरे दिन रविवार को 65 फीसदी अभ्यर्थी शामिल हुए। 44784 में से 29134 अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जबकि 15650 अनुपस्थित रहे। पहली पाली में 14700 व दूसरी पाली में 14434 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में सुबह 10 बजे शुरू हुई पहली पाली की परीक्षा दोपहर 12 बजे तक चली।
दूसरी पाली की परीक्षा अपराह्न 3 से शाम 5 बजे तक हुई। अभ्यर्थियों को गणित में डाटा इंटरप्रिटेशन (आंकड़ों के विश्लेषण) पर आधारित प्रश्न हल करने में अधिक कठिनाई हुई। वैसे पेपर कई सेट में था, लेकिन लगभग सभी सेट में गणित के 25 में से 5-6 सवाल डाटा इंटरप्रिटेशन के पूछे गए थे।
अभ्यर्थियों के अनुसार सामान्य अध्ययन के प्रश्नों में भी इतिहास और विज्ञान के सर्वाधिक सवाल थे। हिंदी में गद्यांश पर आधारित प्रश्न सामान्य थे। जिले के 46 केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा हुई। इस दौरान कैमरे से आयोग की नजर रही। पहले दिन 64 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षाा में शामिल हुए थे।
छोटे व बड़े के फेर में चकरघिन्नी बने अभ्यर्थी
पीईटी के दौरान सुबह की पाली में कैंट स्थित बिशप कोनारॉड स्कूल में बने सेंटर में दूर से आए अभ्यर्थी स्कूल के गेट के फेर में चक्करघिन्नी बन गए। जंक्शन से बुक किए ऑटो से अभ्यर्थी अक्षर विहार के गेट से आगे बिशप कोनारॉड पहुंचे। वहां गार्ड की ओर से जानकारी देने पर अभ्यर्थी बिशप कोनरॉड के दूसरे गेट पर पहुंचे।
हालांकि, इस दौरान देर से पहुंचे अभ्यर्थियों की ऑटोचालकों से नोकझोंक भी हुई। वहीं, नैनीताल रोड स्थित एक निजी विद्यालय तंग गलियों में होने के कारण परीक्षा छूटने पर स्थानीय लोगों को दिक्कत हुई। कुछ अभ्यर्थियों व स्थानीय निवासियों में तकरार हुई।
कैसा रहा पीईटी
गणितीय विश्लेषण आधारित प्रश्न थोड़े कठिन लगे। इसके अलावा हिंदी व सामान्य अध्ययन के प्रश्न सरल थे।- शालिनी
परीक्षा में करेंट अफेयर्स का दायरा बहुत बड़ा कर दिया गया था। गणित के सवाल कठिन लगे, एनालिसिस से संबंधित प्रश्न आसान थे।–कामिनी
पेपर बहुत अच्छा था। डाटा इंटरप्रिटेशन को छोड़कर गणित के दूसरे प्रश्न सामान्य थे। सामान्य अध्ययन से संबंधित सवालों ने परेशान नहीं किया।-अजंलि
परीक्षा में पूछे गए सभी प्रश्न बहुत सामान्य थे। गणित, सामान्य अध्ययन से पूछे गए प्रश्न औसत लगे।–प्रियंका भारद्वाज