Venezuela : निकोलस मादुरो ने विरोधों के बीच राष्ट्रपति के तौर पर ली शपथ, बोले-बड़ी जीत, मैं लोगों का ऋणी हूं
कराकस। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने शुक्रवार को नए कार्यकाल के लिए शपथ ली। मादुरो ने विरोध प्रदर्शनों और अमेरिका और अन्य देशों की आलोचनाओं के बीच राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। मादुरो के विरोधी उन पर पिछले साल हुए चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हैं। मादुरो ने वेनेजुएला के विधान भवन में शपथ ली और एक जोशीला भाषण भी दिया।
शपथग्रहण समारोह के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। शपथग्रहण के मौके पर आसपास की गलियों और पास के एक प्लाजा में लोगों की भारी भीड़ जमा थी, जिनमें से कई ने मादुरो के समर्थन में टी-शर्ट पहन रखी थी। मादुरो ने अपने विरोधियों और अमेरिका में उनके समर्थकों पर उनके शपथ ग्रहण को ‘‘विश्व युद्ध’’ में बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण को रोकने में उनके दुश्मनों की विफलता वेनेजुएला की शांति और राष्ट्रीय संप्रभुता के लिए "एक बड़ी जीत है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे न तो अमेरिका की सरकार ने राष्ट्रपति बनाया है, न ही लातिन अमेरिका की साम्राज्यवाद समर्थक सरकारों ने। मैं लोगों के बीच से आता हूं, मैं लोगों का हूं और मुझे शक्ति इतिहास और लोगों से मिलती है। मैं लोगों का ऋणी हूं। सैकड़ों वेनेजुएलावासियों ने बृहस्पतिवार को मादुरो पर सत्ता हथियाने का आरोप लगाते हुए सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया था। विरोध प्रदर्शन अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रहा लेकिन इसके खत्म होने के बाद, पूर्व सांसद मारिया कोरिना मचाडो के सहयोगियों ने कहा कि उन्हें सुरक्षा बलों द्वारा कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया था।
सरकार ने मचाडो को चुनाव लड़ने से रोक दिया था। वह बृहस्पतिवार को मादुरो के खिलाफ रैली में शामिल होने के लिए महीनों तक छुपने के बाद बाहर आईं। उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया और आरोप लगाया कि नेशनल गार्ड्स के जवानों ने उनके काफिले पर गोलियां चलाईं और जब वह एक मोटरसाइकिल पर पीछे बैठी थीं तब खींचकर ले गए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने उन्हें बताया कि वे उन्हें जेल ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके मोटरसाइकिल चालक के पैर में गोली लगी है। मचाडो ने कहा कि लेकिन जेल ले जाने के दौरान रास्ते में, सुरक्षा गार्ड का मन बदल गया और उन्होंने हिरासत में लिए जाने से इनकार करते हुए जीवन के प्रमाण के रूप में एक वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए मजबूर किया।
वहीं मादुरो के समर्थकों ने विपक्षी गुट पर अंतरराष्ट्रीय संकट पैदा करने के लिए फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया। सरकारी टीवी ने कहा कि 10 राष्ट्राध्यक्षों ने मादुरो के शपथग्रहण समारोह में भाग लिया। हालांकि दुनिया भर की बहुत सी सरकारों ने मादुरो के जीत के दावों को खारिज किया है। मादुरो के बढ़ते अलगाव को रेखांकित करने के लिए, अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने शुक्रवार को 20 से अधिक अधिकारियों पर नये प्रतिबंधों के समन्वित दौर की घोषणा की और उन पर वेनेजुएला के लोकतंत्र को खत्म करने का आरोप लगाया। इनमें उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश, निर्वाचन अधिकारी, वेनेजुएला की सरकारी तेल कंपनी के प्रमुख और कैबिनेट मंत्री शामिल हैं।
अमेरिका के जो बाइडेन प्रशासन ने वेनेजुएला की "गंभीर मानवीय आपात स्थिति" का हवाला देते हुए 600,000 वेनेजुएला प्रवासियों को अमेरिका में रहने की मंजूरी देने वाली विशेष अनुमति को 18 महीने के लिए बढ़ा दी। प्रशासन ने अमेरिका में मादक पदार्थों की तस्करी के आरोपों का सामना करने के लिए मादुरो और गृहमंत्री डियोसाडो कैबेलो की गिरफ्तारी के लिए इनाम की राशि बढ़ाकर 2.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर कर दी और रक्षा मंत्री व्लादिमीर पैडरिनो पर 1.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का नया इनाम घोषित किया।
मादुरो के प्रतिद्वंद्वी एडमंडो गोंजालेज ने डोमिनिकन गणराज्य से सोशल मीडिया पर एक एक वीडियो जारी किया जिसमें, उन्होंने नवीनतम प्रतिबंधों का हवाला देते हुए, वेनेजुएला के "लोकतांत्रिक मित्रों" को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वेनेजुएला का माहौल सुरक्षित होने पर वह अपने देश लौटेंगे। प्रमुख विरोधियों पर चुनाव लड़ने से अधिकारियों द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के बाद मादुरो के 2018 के पुनर्निर्वाचन को व्यापक रूप से एक दिखावा बताते हुए खारिज कर दिया गया था। वेनेजुएला के विपक्षी गुट ने पिछले साल मादुरो पर मतदान में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
ये भी पढे़ं : प्रधानमंत्री मोदी फरवरी में फ्रांस का करेंगे दौरा, AI एक्शन समिट में लेंगे भाग...राष्ट्रपति मैक्रों ने की पुष्टि