अवैध रूप से सजाकर बाजार, पिलाई जा रही शराब, उप जिला आबकारी आयुक्त ने साधी चुप्पी
लखनऊ, अमृत विचारः जरा सोचिये.... मुख्यमंत्री की फ्लीट जा रही हो और चंद कदमों की दूरी पर शराब का बाजार सजा हो। जहां पर शराबी खुलेआम शराब पीते नजर आ रहे हो। लेकिन मजाल है कि कोई पुलिस वाला इन शराबियों को हटा सके। यहां शराबी मुख्य सड़क तक आकर खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है लेकिन आबकारी और पुलिस दोनों तमाशाबीन बने है।
सुशांत गोल्फ सिटी क्षेत्र में संचालित हो रही शराब की दुकानें किसी मयखाने से कम नही है। जहां शराब का जाम छलकते हुए सड़क तक आ जाता है। शाम से लेकर देर रात तक भीड़ किसी मेले से कम नही दिखती है। कभी कभी तो इन शराबियों के कारण सड़क पर जाम भी लग जाता है। शराब की दुकान के सामने ही लोग पैक लड़ाने के साथ पैदल चलने वाले लोगो को परेशान करने के साथ महिलाओं पर छीटकशी करते है।
सरसवा कुल्ली खेड़ा एवम अहिमामऊ में चल रहीं शराब की दुकानों पर खुलेआम शाम होते ही पियक्कड़ो की महफिल सजती है। लोग सड़क के किनारे ही खड़े होकर पैक लगाना शुरू कर देते है। ऐसा आये दिन देखने को मिलता है। लेकिन कोई कार्रवाई नही होती है।
फिर भी जिम्मेदार हैं लापरवाह
इन सबके बावजूद भी संबंधित जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। इसकी वजह कुछ भी हो लेकिन जिम्मेदारों की इस लापरवाही के चलते कभी कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।
महिलाओं को निकलने की नही होती हिम्मत
-सरसवा कुल्ली खेड़ा की रहने वाली शांतिदेवी ने बताया कि इस तरह सड़क पर खुलेआम शराब पी रहे लोगों को देखकर उधर से निकलने की हिम्मत नही पड़ती है।
-अहिमामऊ की रहने वाली लक्ष्मीदेवी ने बताया कि इस तरह से खुले में शराब पीते देख बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ता है।
-अहिमामऊ की रहने वाली ने श्यामादेवी ने बताया कि खुले में शराब पीने के चलते उधर से निकलने वाली छात्राओं को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती है। कभी कभी तो कुछ नशेड़ी उन पर फब्तियां भी कसते रहते हैं।
-इस बारे में जब उप जिला आबकारी आयुक्त से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
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