खनन माफियाओं का खूनी खेल समझने में चूकी मुरादाबाद पुलिस, यहां जानें सबकुछ

मुरादाबाद,अमृत विचार। उत्तराखंड की सीमा पर ठाकुरद्वारा के एसडीएम व उनकी टीम को बंधक बनाकर जबरिया डंफर छुड़ा ले जाने का दुस्साहस करने वाले खनन माफियाओं का खूनी खेल समझने में मुरादाबाद पुलिस पूरी तरह चूक गई। पुलिसिया चूक के कारण ही खनन माफियाओं ने खाकी को निशाना बनाते हुए गोलियों की बौछार कर दी। …
मुरादाबाद,अमृत विचार। उत्तराखंड की सीमा पर ठाकुरद्वारा के एसडीएम व उनकी टीम को बंधक बनाकर जबरिया डंफर छुड़ा ले जाने का दुस्साहस करने वाले खनन माफियाओं का खूनी खेल समझने में मुरादाबाद पुलिस पूरी तरह चूक गई। पुलिसिया चूक के कारण ही खनन माफियाओं ने खाकी को निशाना बनाते हुए गोलियों की बौछार कर दी। उत्तराखंड की सीमा में यूपी पुलिस पर गोलियों की बौछार के गुनहगार कोई और नहीं, बल्कि पुलिस के वह बड़बोले अफसरान हैं, जिन्होंने खनन माफियाओं को जानबूझ कर हल्के में लेने की चूक की।
कहते हैं, दुश्मन पर हाथ डालने से पहले उसके बल का थाह लगाना जरूरी है। दूध से पहले ही जले होने के बाद भी मुरादाबाद पुलिस ने खनन माफियाओं को हल्के में ले लिया। महज एक माह पहले एसडीएम को बंधक बनाए जाने की घटना संज्ञान में होने के बाद भी मुरादाबाद पुलिस अति उत्साह में इनामी जफर का पीछा करते उत्तराखंड में घुस गई। उत्तराखंड के जिस गुरुताज भुल्लर के घर में जफर के छिपे होने की सूचना मुरादाबाद पुलिस को थी, वह व उसके दोनों भाई कुख्यात अपराधी हैं। सूत्रों की मानें तो गुरुताज भुल्लर तीन भाई हैं। बड़ा भाई गुरुताज राजनीति में दखल रखता है। जबकि दूसरे भाई सत्ता भुल्लर के हाथ में उत्तराखंड व यूपी में खनन की बागडोर है। तीसरा भाई जगतार व भतीजा अनूप भी खनन के काले कारोबार में एक-दूसरे का हाथ बंटाते हैं। तीनों भाईयों के खिलाफ पूर्व में ही हत्या व हत्या के प्रयास जैसे कई मुकदमे कुंडा व अन्य थानों में दर्ज हैं। तीनों भाइयों का खनन पर एक छत्र राज है। उनके पास दर्जनों असलहों के लाइसेंस होने के भी दावे हो रहे हैं।
50 हजार रुपये के ईनामी जफर की तलाशते करते हुए पुलिस कर्मी पर गुरुताज के घर पहुंचे, तो बगैर सोचे समझे माफियाओं ने पुलिस को निशाना बनाकर फायरिंग शुरु कर दिया। डीआइजी के दावों पर गौर करें तो पुलिस कर्मियों को बंधक बनाकर माफियाओं ने उनका असलहा तक लूट लिया। खनन माफियाओं का दुस्साहस व उच्चाधिकारियों की स्वीकारोक्ति बता व दर्शा रही है कि मुरादाबाद पुलिस अपनी ही चूक के कारण घंटों बेबस व लाचार बनी रही। उत्तराखंड पुलिस के हस्तक्षेप बाद मुरादाबाद पुलिस कर्मियों को अभयदान मिला। कारोबार नष्ट व कई साथियों के पकड़े जाने से उद्वेलित व आक्रोशित खनन माफिया बदले की आग में जल रहे थे। मौका पाते ही उन्होंने पुलिस को अपना खौफनाक रुप दिखा दिया।
तैयारियों की पोल खोल रही अधिकारियों की चुप्पी
उत्तराखंड में मुरादाबाद पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की घटना ने पुलिस अधिकारियों को झकझोर कर रख दिया। पुलिस अधिकारियों की घंटों चुप्पी इस बात का प्रमाण रही कि खनन माफियाओं का खौफनाक रूप सामने आने का अनुमान उन्हें भी नहीं था। पुलिस पर हमले की घटना ने एक तरफ जहां पुलिस अधिकारियों की कार्ययोजना को कटघरे में खड़ा किया है, तो दूसरी तरफ ठाकुरद्वारा व एसओजी जवानों की बचकानी हरकत की भी पोल खुल गई है।
पूरी घटना की शासन ने तलब की रिपोर्ट
उत्तराखंड में मुरादाबाद पुलिस पर हमले से संबंधित पूरी घटना पर शासन ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। यही वजह है कि एडीजी बरेली जोन राजकुमार देर रात मुरादाबाद रवाना हो गए। एडीजी के आगमन को लेकर पुलिस महकमे की गतिविधि देर रात अचानक बढ़ गई। एडीजी देर रात घायल सिपाहियों से मिलेंगे। फिर वह ठाकुरद्वारा थाने का भ्रमण करेंगे। एहतियातन पूरे जिले की फोर्स को अलर्ट मोड में रखा गया है।
क्राइम मीटिंग के बाद बढ़ा पुलिस पर दबाव
डीआइजी शलभ माथुर व एसएसपी हेमंत कुटियाल ने मंगलवार देर रात एसपी सिटी कार्यालय स्थित सभागार में क्राइम मीटिंग की। शासन की प्राथमिकता से मातहतों को अवगत कराते हुए उच्चाधिकारियों ने खनन माफियाओं के खिलाफ कारगर कार्रवाई का आदेश ठाकुरद्वारा पुलिस को दिया। डीआइजी ने ईनामी अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी करने को कहा। डीआइजी व एसएसपी के आदेश बाद ठाकुरद्वारा पुलिस नए सिरे से हरकत में आ गई। इसके बाद भी 50 हजार के ईनामी व फरार चल रहे खनन माफिया जफर को गिरफ्तार करने की योजना पुलिस ने बनाई।
वहीं उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के भरतपुर गांव में घटना स्थल पर फोरेंसिक टीम के अधिकारी जांच करने के लिए पहुंचे। नीलेश आनंद, DIG (लॉ एंड ऑर्डर), भरतपुर, उधम सिंह नगर ने बताया कि मुरादाबाद से SOG की टीम कुंडा क्षेत्र में एक इनामी बदमाश का पीछ करते हुए आई थी। उन्होंने यहां के ब्लॉक प्रमुख के घर दबिश दी थी। इस दौरान हुई नोक-झोंक में क्रॉस फायरिंग हुई जिसमें ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मृत्यु हो गई।
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