हल्द्वानी: मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति करेगी कलाकारों और रचनाकारों को सम्मानित

हल्द्वानी, अमृत विचार। मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति द्वारा इस वर्ष सम्मानित होने वाले कलाकारों रचनाकारों की सूची जारी की गई है। प्रत्येक वर्ष रचना दिवस पर संस्था द्वारा उत्तराखण्ड़ और देश के अन्य प्रांतो के नामचिन कलाकारों को अल्मोड़ा में आमन्त्रित कर सम्मानित करती है। वर्ष 2000 से शुरू की …
हल्द्वानी, अमृत विचार। मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति द्वारा इस वर्ष सम्मानित होने वाले कलाकारों रचनाकारों की सूची जारी की गई है। प्रत्येक वर्ष रचना दिवस पर संस्था द्वारा उत्तराखण्ड़ और देश के अन्य प्रांतो के नामचिन कलाकारों को अल्मोड़ा में आमन्त्रित कर सम्मानित करती है। वर्ष 2000 से शुरू की गई यह पहल वर्तमान तक जारी है। संस्था के अध्यक्ष हेमन्त जोशी ने बताया कि अक्टूबर माह में आयोजित होने वाले रचना दिवस कार्यक्रम में इस वर्ष
मोहन उप्रेती लोक संस्कृति सम्मान से वरिष्ठ लोक गायिका वीना तिवारी को,
कौस्तुभ सम्मान से प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना व अध्येता प्रो. डाॅ माण्डवी सिंह पूर्व कुलपति इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़,
समिति सम्मान से वरिष्ठ कवि व संस्कृतिकर्मी त्रिभुवन गिरी महाराज, वरिष्ठ रंगकर्मी दीप पाण्ड़े, वरिष्ठ शास्त्रीय संगीत गुरू हरीश चन्द्र पन्त
युवा प्रतिभा सम्मान से लोक गायिका आशा नेगी पूर्व में बिस्मिल्ला खाॅ अवार्ड से सम्मानित, अजराडा घराने के प्रसिद्ध युवा तबला वादक सप्तक शर्मा पूर्व में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित, युवा चित्रकार कुसुम पाण्ड़े पूर्व में ललित कला अकादमी अवार्ड से सम्मानित , प्रसिद्ध युवा भरतनाट्यम नृत्यांगना डाॅ0 खिलेश्वरी पटेल अस्सिटेंट प्रो0 बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, प्रसिद्ध युवा कत्थक नृत्यांगना जयपुर घराना रूचि बलूनी, संगीत साधक सम्मान से वरिष्ठ लोकगायिका लता पाण्ड़े, वरिष्ठ ऐपण कलाकारा विमला साह,काष्ठ कलाकार धीरेन्द्र कुमार पाण्डे, लोक गायक गिरीश वोरा रीठागाडी, युवा शास्त्रीय गायक पंकज आर्या
बाल प्रतिभा सम्मान से बांसुरी वादक बाल कलाकार प्रखर जोशी
कला संरक्षण सम्मान से खीम सिंह रावत और युवा चेतना सम्मान से कल्याण मनकोटी को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रमों की श्रृंखला में लोक संगीत व शास्त्रीय संगीत पर तीन दिवसीय कार्यक्रम व लोक हस्तशिल्प ऐपण कार्यशाला प्रदर्शनी तथा अन्य कार्यक्रम होगें।