ओडीएफ मुक्त अयोध्या के सरकारी भवन में ही नहीं है शौचालय

ओडीएफ मुक्त अयोध्या के सरकारी भवन में ही नहीं है शौचालय

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों की अयोध्या भले ही खुले में शौच से मुक्त हो गई हो लेकिन सच तो यह है कि अयोध्या धाम में बने सरकारी भवन ही शौचालय मुक्त हैं। इसकी एक बानगी अयोध्या के चक्रतीर्थ मोहल्ला स्थित सामुदायिक केन्द्र है, जहां आज तक शौचालय का निर्माण नहीं किया गया। जिला …

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों की अयोध्या भले ही खुले में शौच से मुक्त हो गई हो लेकिन सच तो यह है कि अयोध्या धाम में बने सरकारी भवन ही शौचालय मुक्त हैं। इसकी एक बानगी अयोध्या के चक्रतीर्थ मोहल्ला स्थित सामुदायिक केन्द्र है, जहां आज तक शौचालय का निर्माण नहीं किया गया।

जिला नगरीय विकास अभिकरण द्वारा भवन तो हैंडओवर कर लिया गया लेकिन यहां शौचालय की किसी को चिंता नहीं रही। नगर निगम अधिकारियों द्वारा अयोध्या को ओडीएफ मुक्त घोषित कराकर डबल प्लस की श्रेणी हासिल कर ली। लेकिन अयोध्या में ही चक्रतीर्थ में निर्मित सामुदायिक केन्द्र शौचालय विहीन है। प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या में घुमंतू और मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों की देखभाल के लिए स्माइल रोटी बैंक फाउंडेशन को दायित्व सौंपा है।

यह संस्था विगत जनवरी 2022 से अयोध्या में मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों की देखभाल कर रही है। जिला प्रशासन द्वारा अयोध्या में 218 मानसिक रोगियों और घुमंतू लोगों को चिन्हित कर रखा है।इस संस्था को अयोध्या में चक्रतीर्थ स्थित सामुदायिक केन्द्र आवंटित किया गया है। इस केन्द्र का निर्माण जिला नगरीय विकास अभिकरण ने विगत कुछ वर्षों पहले करवाए था। लेकिन इस सामुदायिक भवन में शौचालय नहीं बना है।

शौचालय के नाम पर मात्र एक कोने में एक सीट लगा दी गई है लेकिन न सेफ्टी टैंक बनाया गया न ही मलमूत्र निकासी का कोई माध्यम बना है। यहां मानसिक रोगियों और घुमंतू लोगों को रख कर उनकी सेवा की जाती है फिर ठीक हो जाने पर उन्हें उनके घर भेज दिया जाता है। लेकिन जो लोग यहां रखे जाते हैं उनके लिए सामूदायिक केन्द्र पर शौचालय नहीं होने से तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

स्माइल रोटी बैंक फाउंडेशन के एक वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और उप सरकार से युवा पुरस्कार प्राप्त आजाद पांडेय विगत करीब डेढ़ वर्षों से सामुदायिक केन्द्र में दो अदद शौचालय बनवाने को लेकर दौड़ भाग कर रहे हैं। शौचालय बनवाने की मांग को लेकर वह कमिश्नर, जिलाधिकारी और नगर निगम से लेकर मुख्यमंत्री तक पत्राचार कर चुके हैं। आईजीआरएस पा भी शिकायत दर्ज कराई फिर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।

आजाद पांडेय मगंलवार को पुनः अपना पत्र लेकर नगर निगम के अपर नगर आयुक्त से मिले। एक बार फिर उन्हें यह कहकर वापस भेज दिया गया कि जाइए काम करा दिया जायेगा। इस बारे में पूछे जाने पर अपर नगर आयुक्त शशि भूषण राय ने बताया कि चक्रतीर्थ स्थित सामुदायिक केन्द्र का निर्माण डूडा ने करवाया था। वहां शौचालय बनवाने की बात आई है। इसके लिए अधिशासी अभियंता सिविल को निर्देशित किया गया है।

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