BJP ने पिछले 5-7 साल में दूसरी पार्टियों के 277 विधायक खरीदे : केजरीवाल
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। AAP विधायक आतिशी मार्लेना ने कहा कि BJP किसी तरह से अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराना चाहती है। उनकी साजिश दिल्ली में नाकाम रही है। दिल्ली की जनता भी जानना चाहती है कि जो सरकार दिल्ली में है क्या …
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। AAP विधायक आतिशी मार्लेना ने कहा कि BJP किसी तरह से अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराना चाहती है। उनकी साजिश दिल्ली में नाकाम रही है। दिल्ली की जनता भी जानना चाहती है कि जो सरकार दिल्ली में है क्या वह स्थिर है क्या वह सरकार बनी हुई है। इसे लेकर विश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है।
दिल्ली CM ने कहा कि लोगों ने पूछा कि विश्वास प्रस्ताव की क्या ज़रूरत है, मैंने कहा विश्वास प्रस्ताव से हम दिखाना चाहते हैं कि AAP का एक-एक विधायक और कार्यकर्ता कट्टर ईमानदार हैं। मध्य प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक में ऑपरेशन लोटस सफल रहा लेकिन दिल्ली में आकर वह टायं-टायं फिस हो गया। इन्होंने (BJP) हमारे विधायक खरीदने की पूरी कोशिश की। विश्वास प्रस्ताव से हम साबित करेंगे कि एक भी विधायक नहीं बिका।
वहीं, दिल्ली विधानसभा में सोमवार को विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा से पहले भाजपा के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया। इस दौरान विधायक बेल में आ गए और मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग करने लगे। विधायकों के हंगामे को देखते हुए डिप्टी स्पीकर राखी बिरला ने भाजपा विधायकों को पूरे दिन के लिए मार्शल आउट करने का निर्देश दे दिया। प्रस्ताव पेश करते हुए केजरीवाल ने कहा कि विपक्ष के नेता ड्रामेबाजी में विश्वास करते हैं। विश्वास मत पर चर्चा के बाद वोटिंग भी होगी।
दिल्ली की जनता को अपनी चुनी हुई सरकार पर अटूट विश्वास है, जिसे कोई भी साज़िश नहीं हिला सकती। बाबा साहेब ज़िंदाबाद, भारतीय संविधान ज़िंदाबाद, लोकतंत्र ज़िंदाबाद। https://t.co/6ptmBHAPll
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 29, 2022
शुक्रवार 26 अगस्त को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में भी जमकर हंगामा हुआ था। सेशन के दौरान सदन की कार्रवाई रिकॉर्ड करने के कारण BJP के विधायकों को मार्शल के तहत बाहर कर दिया गया था। हालांकि दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 62 विधायक हैं, जबकि भाजपा के केवल आठ। इसके चलते विश्वास प्रस्ताव आसानी से पारित हो जाने की संभावना है।
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