मथुरा: योगी देश के प्रधानमंत्री, मोदी को हम जानते नहीं

मथुरा, अमृत विचार। सराकरी विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च करती है। लाखों रुपये का मासिक वेतन देकर अध्यापकों को नौकरी दी जाती है ताकि वह बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दे सके, लेकिन सरकार की लाख कोशिश के बाद भी सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा बच्चों को नहीं …
मथुरा, अमृत विचार। सराकरी विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च करती है। लाखों रुपये का मासिक वेतन देकर अध्यापकों को नौकरी दी जाती है ताकि वह बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दे सके, लेकिन सरकार की लाख कोशिश के बाद भी सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा बच्चों को नहीं मिल पा रही है। यही कारण है कि लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों के स्थान पर निजी विद्यालयों में पढ़ाना उचित समझते हैं। सरकारी स्कूलों में मिलने वाली शिक्षा का खुलासा शनिवार को उच्च शिक्षा राज्यमंत्री, परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट मांप मंत्री के समक्ष हो गया।
शनिवार को प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट मांप मंत्री आशीष पटेल, परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दया शंकर सिंह एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी फरह ब्लाक के महुअन स्थित प्राथमिक विद्यालय निरीक्षण को पहुंच गए। यहां माप बांट मंत्री आशीष पटेल ने बच्चों से पूछा कि बताओ भारत का प्रधानमंत्री कौन हैं। वहां मौजूद सभी बच्चों ने एक स्वर में जबाव दिया कि भारत का प्रधानमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। यह सुनकर वहां खड़े अधिकारी सकपका गए।
इसके बाद मंत्री ने जी ने दूसरा सवाल किया कि अच्छा बताओ नरेंद्र मोदी कौन हैं। इसका जबाव बच्चे नहीं दे पाए। इसी बीच भीड़ में मौजूद किसी व्यक्ति ने बच्चों की सहायता का प्रयास किया, लेकिन मंत्री जी ने उसे रोक दिया। इसके बाद मंत्री ने बच्चों को बताया कि नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं। बच्चों के सामान्य ज्ञान को लेकर मंत्री जी नाराज भी दिखाई दिए। शाम को विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस मामले को लेकर खूब खरी-खोटी सुनाई।
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