कानपुर : विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे को हाईकोर्ट से मिली अग्रिम जमानत

कानपुर, अमृत विचार। नौकर के नाम की सिम चलाने की आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे को हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। रिचा को हाईकोर्ट ने धोखाधड़ी के इस मामले में अग्रिम जमानत दे दी है। विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस पर हमला किया था। इसमें सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी …
कानपुर, अमृत विचार। नौकर के नाम की सिम चलाने की आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे को हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। रिचा को हाईकोर्ट ने धोखाधड़ी के इस मामले में अग्रिम जमानत दे दी है। विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस पर हमला किया था। इसमें सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। बाद में पुलिस ने विकास सहित उसके छह साथियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद हुई जांच में रिचा और उससे जुड़े कई लोगों के नाम सामने आए थे जिन पर दूसरों के नाम से निकाली गई सिम का उपयोग करने का आरोप हैं।
2/3 जुलाई 2020 की रात में पुलिस ने चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में छापेमारी की थी। पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी, लेकिन विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। मामले में सीओ बिल्हौर समेत आठ सिपाही मौके पर ही शहीद हो गए थे। इनमें तीन दरोगा और चार सिपाही थे। हालांकि पुलिस ने इस मामले में विकास दुबे को चित्रकूट से पकड़ा था, लेकिन सचेंडी के पास वह भाग निकला तो पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार दिया था। उसके चाचा प्रेमप्रकाश पांडेय व अन्य साथियों को मुठभेड़ में मार गिराया था।
एसआईटी जांच के दौरान ही यह बात सामने आई थी कि रिचा दुबे ने नौकर के नाम सिम ले रखा है और उसे चला रही हैं। इस मामले में ही रिचा के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। रिचा ने हाईकोर्ट इलाहाबाद में मुकदमा रद करने की मांग की थी। हाईकोर्ट ने आईपीसी की धारा 419 और 420 को रद करने करने से मना कर दिया था। इस मामले में अब रिचा दुबे को अग्रिम जमानत मिल गई है। बिकरू कांड में 45 आरोपी अभी जेल में हैं और कोर्ट में ट्रायल चल रहा है।
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