बदलते मौसम में तेज बुखार से बेहोश होने के बढ़ें केस, जानें वायरल मैनिंजाइटिस को लेकर GSVM मेडिकल कॉलेज के प्रों. ने क्या कहा

कानपुर। बारिश के मौसम में तापमान के उतार चढ़ाव के बीच बेहोश करने वाले बुखार का हमला तेज हो गया है। हैलट अस्पताल की ओपीडी में रोजाना कई रोगी आ रहे हैं, जिनमें से ज्यादातार को भर्ती करने की नौबत आ रही है। इसमें बुखार के साथ ही सिर में तेज दर्द, उलटी आना और …
कानपुर। बारिश के मौसम में तापमान के उतार चढ़ाव के बीच बेहोश करने वाले बुखार का हमला तेज हो गया है। हैलट अस्पताल की ओपीडी में रोजाना कई रोगी आ रहे हैं, जिनमें से ज्यादातार को भर्ती करने की नौबत आ रही है।
इसमें बुखार के साथ ही सिर में तेज दर्द, उलटी आना और बेहोश हो जाने की समस्या मिल रही है। मरीजों के रीढ़ की हड्डी से सैंपल लेकर पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी में जांच के लिए भेजने की नौबत आ रही है।
सर्दी, बुखार, वायरल, सांस के रोगी, डायरिया के साथ ही गैस्ट्रो और फूड प्वाइजनिंग के काफी केस आ रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतलों में वायरल मैनिंजाइटिस और बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस के मामले आने लगे हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रो. एसके गौतम ने बताया कि वायरल मैनिंजाइटिस में मरीज को तेज बुखार के साथ बेहोश होने की समस्या आती है।
ऐसे ही लक्षण बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस में भी रहते हैं। दोनों ही संक्रमण में रोगी को तुरंत भर्ती करना पड़ता है। उसको बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होती है। संक्रमण की पहचान के लिए रीढ़ की हड्डी से पानी लेकर जांच करानी पड़ती है। ओपीडी में 10 से 15 फीसद मामले सामने आ रहे हैं।
डेढ़ दर्जन गुर्दा रोगियों का चल रहा इलाज
हैलट अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में डेढ़ दर्जन से अधिक गुर्दा रोगियों का इलाज चल रहा है। उनमें पहले डायरिया की समस्या थी। शरीर से पानी, सोडियम, पोटेशियम की कमी से गुर्दा की कार्य क्षमता प्रभावित हो गई।
सांप और चूहा काटने के मामले बढ़े
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला के मुताबिक बारिश में बिलों के अंदर पानी भर जाने से सांप, चूहे और छछूंदर आवासीय क्षेत्रों की ओर आ गए हैं। इमरजेंसी में रोजाना सांप और चूहे के दांत लगाने के कई केस आ रहे हैं।
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