बरेली: निगम की वित्तीय हालत खराब, पार्षदों का राजनीतिक भविष्य दांव पर

बरेली, अमृत विचार। नगर निगम की वित्तीय हालत खराब चल रही है। इससे चुनाव लड़ने के इच्छुक पार्षदों की चिंता बढ़ती जा रही है। कई वार्डों में सड़कें जर्जर और खुदी पड़ी हैं। उन्हें बनाने के लिए धन नहीं है। सफाई कराने की बात भी अनसुनी की जा रही है। पार्षद वर्षों से काम कराने के लिए …
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम की वित्तीय हालत खराब चल रही है। इससे चुनाव लड़ने के इच्छुक पार्षदों की चिंता बढ़ती जा रही है। कई वार्डों में सड़कें जर्जर और खुदी पड़ी हैं। उन्हें बनाने के लिए धन नहीं है। सफाई कराने की बात भी अनसुनी की जा रही है। पार्षद वर्षों से काम कराने के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं, मगर सड़कें बनने का नंबर नहीं आ रहा। जनता मान रही है कि पार्षद वार्ड में सुविधाएं मुहैया कराने में रूचि नहीं ले रहे हैं। इसका असर चुनाव लड़ने वाले पार्षदों पर पड़ सकता है।
शहरी के लोग समस्याएं हल न होने से परेशान हैं। वार्ड में सड़क नहीं बन रही हैं। कूड़ा भी नहीं उठाया जा रहा। सड़कों पर अंधेरा है। पोल लगे हैं, लेकिन स्ट्रीट लाइट नहीं हैं। चुनाव जीतने से पहले पार्षदों ने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए हैं, जबकि पांच साल का समय बीतने वाला है। वनखंडीनाथ मंदिर के सामने सड़क में गड्डे थे। पूर्व नगर आयुक्त ने इसे बनवाने का आदेश दिया। पहले सोमवार तक यह नहीं बन पाई तो कारपेट बिछाई गई। फिलहाल, अभी तक सड़क नहीं बन पाई है। अब कहा जा रहा है कि नई नगर आयुक्त ने सभी काम रुकवा दिए हैं, जबकि इस मार्ग के नहीं बनने का कारण बारिश है। बरसात में डामर का काम होता नहीं, इसलिए काम रोक गया है।
चुनाव नजदीक, पार्षद हल नहीं करा पा रहे समस्या
संजय नगर में 500 मीटर का एक टुकड़ा वर्षों से नहीं बन पा रहा है। ब्रह्रमपुरा वार्ड 14 के पार्षद वीरेन्द्र कुमार बताते हैं कि एक दिन काम शुरू हुआ, लेकिन गुणवत्ता से समझौता करके हो रहे काम को जनता ने रुकवा दिया, तब से काम ठप है। नगर आयुक्त को पत्र भी दिया। उन्होंने मार्ग निर्माण के लिए बजट की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। जनता परेशान है। दुकानदारों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। जनता उन्हें कसूरवार मान रही।
बारिश हुई तो कीचड़ से गुजरकर जाना होगा मंदिर
वार्ड 66 में बड़ा बाजार में भरत गली निवासी आशीष अग्रवाल बताते हैं कि यहां दो माह पहले सीवर लाइन डाली गई थी। इसके बाद खुदी सड़क को ठीक नहीं कराया गया। सफाईकर्मी के न आने से नालियां चोक हैं। गली में मंदिर भी है। बारिश में मंदिर मार्ग पर कीचड़ होने से भक्तों को आवाजाही में दिक्कत हो रही। पार्षद संजय राय कई बार मोहल्ले में आ चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस है।
खुदी सड़क बनना तो दूर गड्डे भी नहीं भरे जा रहे
वार्ड 67 की पार्षद शशि सक्सेना बताती हैं कि झूलेलाल द्वार रोड पर गीत होटल के सामने सड़क खुदी पड़ी है। इसे बनाने के लिए निगम के पास पैसा नहीं है। जगदीश विहार में सड़क पर गड्ढे हैं। उन्हें भी नहीं भरा जा रहा है। हम निगम में जाते हैं तो जनता नहीं देखती, लेकिन काम नहीं होना जनता को दिखाई पड़ रहा है। इससे पार्षद की स्थिति क्षेत्र में खराब होती है।
वार्ड 65 सुरेश शर्मा नगर के पार्षद नरेश कुमार बताते हैं कि संजय नगर मोड़ से महंत की चक्की वाले मार्ग से गुजरने वाले कांवड़िये रविवार को नहीं गुजरे। गंदगी और जर्जर सड़क देखकर उन्होंने अपना मार्ग बदल लिया। नाथ नगरी की परिक्रमा इधर से गुजरेगी या नहीं, यह अभी कहा नहीं जा सकता है। अब तीसरा सोमवार भी आ गया। नालियां बजबजा रही हैं। सहायक अभियंता पंकज रस्तोगी ने जलभराव नहीं होने देने का दावा किया था, मगर रविवार को सड़क पर जलभराव था। अधिशासी अभियंता डीके शुक्ला ने बताया कि वह मौके पर जाकर गड्ढे भरवाने का काम करेंगे।
वार्ड 34 परतापुर के पार्षद मो. उबैस बताते हैं कि दो साल से सड़क बनवाने को चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन सुल्तान मियां के मकान से सद्दीक के मकान तक की सड़क नहीं बनाई जा रही। एक बार फाइल बनी तो जेई वीना मौर्य से खो गई। मेयर की सूची में यह मार्ग शामिल है, लेकिन स्वीकृति नहीं हो रही। वार्ड में दो सड़कें और भी हैं, जो बनाई नहीं जा रही हैं। नई नगर आयुक्त को पत्र दिया तो उन्होंने दो दिन पहले एई मुकेश शाक्य को भेजकर जांच करवाई है। वार्ड में 150 पोल ऐसे हैं, जिनमें लाइट नहीं है। मेयर को एक साल पहले पोल के नाम व नंबर सहित सूची दो बार दे चुका हूं । 26 जुलाई को मेयर ने 35 लाइट देने का आदेश दिया लेकिन अभी तक मिली नहीं हैं।
हजियापुर के पार्षद रईस मियां अब्बासी बताते हैं कि वार्ड में चुंगी से लेकर दुर्गा मंदिर तक का मार्ग ऐसा है जिससे कांवड़ यात्रा निकलती है और मोहर्रम के तख्त भी। नंदराम की दुकान से सैय्यदों वाली मस्जिद के मार्ग पर जलभराव होता है। निगम से मशीन मंगाकर उसे निकलवाया जाता है। निर्माण विभाग को यह मार्ग जरूरी नहीं लगता। नगर आयुक्त को पत्र दिया तो एई आए थे। कब सड़क बनेगी, पता नहीं। सड़क नहीं बनने का कसूरवार जनता पार्षद को मान रही है।
नगर निगम स्तर से कोई काम रोका नहीं गया है। बारिश की वजह से सड़क पर डामर का काम नहीं हो सकता है, इसलिए रुका है- अजीत कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त।
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