लखनऊ: बिजली का कनेक्शन काटने की धमकी देकर 74 हजार उड़ाया, पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज

लखनऊ: बिजली का कनेक्शन काटने की धमकी देकर 74 हजार उड़ाया, पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज

लखनऊ। सावधान! बिजली कनेक्शन काटने की धमकी देकर ऑनलाइन ठगी के जालसाज सक्रिय हैं। ऐसे ही एक मामले में जालसाज ने विभूतिखंड इलाके में रहने वाले व्यक्ति को पहले बिजली कनेक्शन काटने की धमकी दी। इसके बाद खाते से 74 हजार रुपये उड़ा लिया। पीड़ित ने आईटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कराया है। …

लखनऊ। सावधान! बिजली कनेक्शन काटने की धमकी देकर ऑनलाइन ठगी के जालसाज सक्रिय हैं। ऐसे ही एक मामले में जालसाज ने विभूतिखंड इलाके में रहने वाले व्यक्ति को पहले बिजली कनेक्शन काटने की धमकी दी। इसके बाद खाते से 74 हजार रुपये उड़ा लिया। पीड़ित ने आईटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कराया है।

पुलिस के अनुसार, पीड़ित गौरव गुप्ता विभूतिखंड के निवासी हैं। बुधवार शाम करीब सात बजे उनके नंबर पर अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताया। साथ ही कॉलर ने दो घंटे में बिजली कनेक्शन काटने की धमकी दी। विकल्प के तौर पर मोबाइल नंबर रजिस्टर कराने की नसीहत दी।

इससे पीड़ित आरोपी के बातों में आ गए और क्वीक स्मार्ट नाम से ऐप डाउनलोड कर लिया। 10 रुपये भुगतान किया तो दो बार में पीड़ित के खाते से कुल 74,510 रुपये कटने के मैसेज आने लगे। जालसाज ने झांसा देकर पेटीएम सीसी अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कराया है। आनन-फानन में बैंक व साइबर क्राइम सेल को जानकारी देकर स्थानीय थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्जकर नंबर के आधार पर शिनाख्त के प्रयास कर रही है।

गूगल से डॉक्टर का नंबर निकाला, खाते से 79 हजार उड़ाया

विभूतिखंड के मंत्री आवास निवासी अनीता मौर्य ने गूगल से डॉक्टर शशि राय का नंबर निकलने की कोशिश की तो शातिर साइबर जालसाज सक्रिय हो गया। पीड़िता को फोन कर अपाइंटमेंट का झांसा दिया। इसके बाद ऑनलाइन फॉर्म भरवाया और ओटीपी पूछकर कर 79 हजार उड़ा लिया। पीड़िता के खाते से पैसे कटने के मैसेज आने लगे तो सन्न रह गई। आनन-फानन में पुलिस को घटना की जानकारी दी है। पुलिस ने केस दर्ज छानबीन शुरू कर दी है।

चीफ जस्टिस का डीपी लगाकर भेजे अपत्तिजनक, मैसेज

हाईकोर्ट लखनऊ खंडपीठ के एक अधिवक्ता ने अज्ञात साइबर जालसाज के खिलाफ आईटीएक्ट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराया है। वरिष्ठ अधिवक्ता ने पुलिस को बताया कि वह हाईकोर्ट के मध्यस्थता एवं समझौता केंद्र आयोजन समिति का सचिव है। गुरुवार सुबह करीब आठ बजे अज्ञात ने वाट्सएप बेहद अपत्तिजनक मैसेज भेजा। जिसमें आरोपी ने खुद को हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बताया है। वाट्सएप पर नंबर चेक किया तो आरोपी ने चीफ जस्टिस का डीपी लगा रखी थी।

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