पीलीभीत: दावत-ए-इस्लामी की गुल्लक का मामला दबाती आई है पुलिस
पीलीभीत, अमृत विचार। उदयपुर कांड के बाद दावत-ए-इस्लामी संगठन सुर्खियों में आ गया है। काजी-ए-शहर मौलाना जरताब रजा खां और विधायक बरखेड़ा स्वामी प्रवक्तानंद की ओर से इस सबंध में खुलकर बयान दिए जाने के बाद सिस्टम अब जांच पड़ताल का दावा कर रहा है। दुकानों पर रखी गई गुल्लक चर्चा का विषय बन चुकी …
पीलीभीत, अमृत विचार। उदयपुर कांड के बाद दावत-ए-इस्लामी संगठन सुर्खियों में आ गया है। काजी-ए-शहर मौलाना जरताब रजा खां और विधायक बरखेड़ा स्वामी प्रवक्तानंद की ओर से इस सबंध में खुलकर बयान दिए जाने के बाद सिस्टम अब जांच पड़ताल का दावा कर रहा है। दुकानों पर रखी गई गुल्लक चर्चा का विषय बन चुकी है। मगर, यह कोई नई बात नहीं है।
पिछले कई सालों से यह मामला तराई में उजागर किया जाता रहा, लेकिन सिस्टम में बैठे अफसरों ने इसे नजरअंदाज कर दिया। उसकी गहनता से पड़ताल कराने की जहमत ही नहीं उठाई गई। अब देखना है कि इस बार भी अफसरों की जांच मुकाम तक पहुंचती है या फिर शोर के साथ ही मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।
बता दें कि बीते दिनों आस्तने हशमतिया के सज्जादाशीं एवं काजी-ए-शहर मौलाना जरताब रजा खां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने दावत-ए-इस्लामी संगठन को लेकर बयान दिया था। इसे पाकिस्तानी तंजीम बताने के साथ ही देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था। इसका तराई से कनेक्शन भी जोड़ा गया था। एक अन्य वीडियो बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद का भी सोशल मीडिया के जरिए सामने आया था।
इन वीडियों में चंदा एकत्र किए जाने के लिए तमाम दुकानों पर रखी गुल्लकों का भी हवाला दिया गया था। इसके बाद पुलिस मामले की जांच की बात कह रही है। हालांकि अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिल सका है। मगर, मामला खासा चर्चित है। बताते हैं कि यह मामला पहले भी कई बार उठाया जा चुका है। गुल्लकों का जिक्र भी किया गया था। लेकिन उस वक्त जिम्मेदारों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब इस मामले में एक टीम गठित कर जांच कराने की बात कही गई है। खुफिया विभाग भी जानकारी जुटाने में लगा हुआ है। इसकी पुष्ट हकीकत जानने के लिए हर कोई जांच पूरी होने का इंतजार कर रहा है।
इस मामले में किसी तरह की न तो मुझे शिकायत मिली है। न ही मुझे जांच दी गई है। सोशल मीडिया के जरिए मामला संज्ञान में आया था। इसे दिखवा रहे हैं।- सुनील दत्त, सीओ सिटी।
ये भी पढ़ें- पीलीभीत: स्वास्थ्य विभाग में तबादला को लेकर उपमुख्यमंत्री ने उठाए सवाल