टीटीपी से शांति वार्ता के लिए अफगानिस्तान जाएगा पाकिस्तानी की 50 सदस्यीय जिरगा

इस्लामाबाद। अफगानिस्तान से सटे पाकिस्तान के अशांत क्षेत्र की 50 सदस्यीय जिरगा (परिषद) प्रतिबंधित आतंकवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से शांति वार्ता करने के लिये बुधवार को काबुल के लिये रवाना होगी। मंगलवार को मीडिया में आई खबरों में इसकी जानकारी दी गई है। ‘डॉन’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार प्रतिनिधिमंडल ऐसे समय में …
इस्लामाबाद। अफगानिस्तान से सटे पाकिस्तान के अशांत क्षेत्र की 50 सदस्यीय जिरगा (परिषद) प्रतिबंधित आतंकवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से शांति वार्ता करने के लिये बुधवार को काबुल के लिये रवाना होगी। मंगलवार को मीडिया में आई खबरों में इसकी जानकारी दी गई है।
‘डॉन’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार प्रतिनिधिमंडल ऐसे समय में काबुल जा रहा है, जब पाकिस्तान सरकार और प्रतिबंधित संगठन टीटीपी संघर्षविराम को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ाने और क्षेत्र में दशकों से चल रहे आतंकवाद को खत्म करने के लिए बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं। जिरगा का नेतृत्व पूर्व सांसद मौलाना सालेह शाह करेंगे, जिसमें दक्षिण वजीरिस्तान, उत्तरी वजीरिस्तान, ओरकजई, कुर्रम, खैबर, मोहमंद और बाजौर के साथ-साथ मलकंद डिवीजन सहित सभी प्रमुख कबायली जिलों के बुजुर्ग शामिल हैं।
खैबर पख्तूनख्वा के पूर्व गवर्नर इंजीनियर शौकतुल्ला खान, सांसद दोस्त मोहम्मद खान महसूद और सांसद हिलाल मोहम्मद समेत जनप्रतिनिधि भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे। खबर में जिरगा के एक सदस्य के हवाले से कहा गया है, ”जिरगा सदस्यों को पेशावर बुलाकर टीटीपी के साथ शांति प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी गई है।” खबर के मुताबिक जिरगा के सदस्यों ने कहा कि वे चाहते हैं कि टीटीपी के सदस्य हथियार डाल दें, घर लौट आएं और पाकिस्तान में शांति से रहें।
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