कासगंज में कुत्तों और बंदरों का आतंक, स्वास्थ्य केंद्र पर बढ़ी भीड़

कासगंज में कुत्तों और बंदरों का आतंक, स्वास्थ्य केंद्र पर बढ़ी भीड़

अमांपुर, अमृत विचार: कस्बे और ग्रामीण क्षेत्रों में भूख और गर्मी में खूंखार हो रहे कुत्ते और बंदर लोगों पर हमला कर रहे है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोजाना करीब 20 से 30 लोग एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवा रहे है। पिछले तीन-चार दिनों में कुत्ते और बंदर 100 से अधिक लोगों को काट चुके है।

दोपहर और रात के समय कुत्तों और बंदरों के डर से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। आवारा कुत्ते राह चलते लोगों पर हमला बोल देते है। रात के समय सड़कों पर कुत्तों का पहरा रहता है।

यह कुत्ते सड़क से गुजरने वाले वाहनों के पीछे दौड़ते है। पैदल चलने वाले लोगो॔ को तो कुत्ते आसानी से अपना शिकार बना लेते है। गर्मी बढ़ने से कुत्ते हिंसक हो रहे है। आए दिन इन आवारा कुत्तों के हमलों में लोग घायल होकर बड़ी संख्या में बच्चे, बूढ़े और जवान उपचार के लिए प्रथामिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच रहे है।

रोजाना करीब 20 से 30 लोग कुत्ते और बंदरों के हमले में घायल होकर एंडी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंच रहे है। कस्बा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बृहस्पतिवार को को एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए 17 लोग पहुंचे।

फार्मासिस्ट ग्रीश चन्द्र, सजीव कुमार व वार्ड बॉय गौरव ने बताया कि ओपीडी बंद होने तक लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप राजपूत ने बताया कि एंटी रेबीज वैक्सीन की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि कुत्ता या बंदर के काटने पर रोगी को एंटी रेबीज का टीका लगवाना चाहिए। गर्मी बढ़ने के साथ ही जानवर आक्रामक हो जाते हैं। इनसे बचकर रहें।

इन क्षेत्रों में बंदरों का उत्पात है अधिक
कस्बा में कुत्ते काटने के मामले के साथ ही लोग बंदरों के उत्पात से भी परेशान है। कस्बे के शास्त्री नगर, जवाहर नगर, ददवारा, सुभाष नगर, इन्द्रानगर, गांधी नगर, अम्बेडकर नगर, किदवई, राजीव नगर सहित कई ऐसे मोहल्ले है। जहां बंदरों का उत्पात अधिक है।

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