बरेली: दस्तक अभियान खत्म, मलेरिया के मिले 60 मरीज

अमृत विचार, बरेली। कोविड का प्रकोप कम होने के बाद अब मलेरिया और डेंगू से लोगों को बचाने के लिए शासन ने पूर्व में ही व्यापक रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि विभाग की ओर से दस्तक अभियान चलाकर डोर टू डोर सर्वे कर लोगों से मलेरिया, डेंगू से बचाव के प्रति …
अमृत विचार, बरेली। कोविड का प्रकोप कम होने के बाद अब मलेरिया और डेंगू से लोगों को बचाने के लिए शासन ने पूर्व में ही व्यापक रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि विभाग की ओर से दस्तक अभियान चलाकर डोर टू डोर सर्वे कर लोगों से मलेरिया, डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक भी किया, लेकिन हैरत की बात तो यह रही कि 15 दिन तक चले दस्तक अभियान में महज 61 मरीज मलेरिया ग्रसित मिले हैं। जिनमें दो मरीजों में जानलेवा फाल्सीपेरम यानि पीएफ और 58 मरीजों में प्लाज्मोडियम वाइवेक्स यानि पीवी की पुष्टि हुई है।
मच्छरों का आतंक चरम पर, फॉगिंग मशीन खराब
शहरी क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप इस कदर हावी है कि लोगों को जागकर रातें गुजारने पड़ रही है। फिर भी लोगों को मच्छर से निजात दिलाने का जिम्मा उठाने वाले अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है। नगर निगम ने शहर में फॉगिंग कराने के लिए कार्य योजना तो तैयार की थी, लेकिन निगम की बड़ी फॉगिंग मशीन खराब है। जिस कारण फागिंग अभियान प्रभावित हो रहा है। वहीं देहात क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग ने सर्वे कर अपना पल्ला झाड़ लिया। वहीं फागिंग अभियान कागजों में किया जा रहा है।
देशराज सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी-
जिले में पिछले दिनों से व्यापक रूप से दस्तक अभियान चलाया गया है। जिसमें कुल 61 मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई है। डेंगू के मच्छरों का लार्वा साफ पानी में पनपता है। अभी बारिश नहीं हुई है जिस कारण डेंगू का लार्वा नहीं मिल रहा है।
ये भी पढ़ें- झारखंड: रामगढ़ में सिपाही ने गले में फंदा लगाकर की आत्महत्या