अयोध्या के मठ-मंदिर कमर्शियल टैक्स से होंगे मुक्त, लता मंगेशकर के नाम पर होगा उदया चौराहा

अयोध्या। अयोध्या नगर निगम बोर्ड की बैठक में बुधवार को विकास पर मंथन के साथ कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। लंबित कार्यों पर चर्चा के साथ-साथ अयोध्या के मठ-मंदिरों और धर्मशालाओं को व्यवसायिक कर से मुक्त किए जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके अलावा उदया चौराहे का नामकरण भारत रत्न लता …
अयोध्या। अयोध्या नगर निगम बोर्ड की बैठक में बुधवार को विकास पर मंथन के साथ कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। लंबित कार्यों पर चर्चा के साथ-साथ अयोध्या के मठ-मंदिरों और धर्मशालाओं को व्यवसायिक कर से मुक्त किए जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके अलावा उदया चौराहे का नामकरण भारत रत्न लता मंगेशकर के नाम पर किए जाने का प्रस्ताव भी हर्षध्वनि से पारित किया गया।
साथ ही टेढ़ी बाजार चौराहे को निषाद राज के नाम पर किए जाने का प्रस्ताव भी पारित हो गया। इस चौराहे का सौन्दर्यीकरण भी तय किया गया है। एक दर्जन से अधिक विकास कार्यों को हरी झंडी भी मिली। नगर निगम के गांधी सभागार में हुई बोर्ड की बैठक में सबसे पहले सदन के पटल पर अयोध्या के मठ मंदिरों और धर्मशालाओं को व्यवसायिक कर मुक्त किए जाने का प्रस्ताव रखा गया।
महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि विगत दिनों मुख्यमंत्री ने अयोध्या आगमन पर इसके लिए निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि मठ मंदिरों और धर्मशाला कमर्शियल टैक्स से मुक्त होंगी तो आने वाले यात्रियों व श्रद्धालुओं को भी लाभ प्राप्त होगा। महापौर की ओर से सदन में रखे गए प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित किया गया, जिसके तहत अब यह प्रस्ताव शासन को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।पारित प्रस्ताव के तहत अयोध्या के मठ-मंदिरों व धर्मशालाओं से टोकन मनी के रूप में एक निश्चित धनराशि रखी जाएगी। प्रस्ताव में यह धनराशि 1 हजार से पांच हजार तक नियत की गई है। महापौर ने सदन को बताया कि धनराशि का यह स्लैब मठ-मंदिरों व धर्मशालाओं की स्थिति के आधार पर तय होगा। महापौर ने बताया कि लता मंगेशकर चौराहे को अत्याधुनिक ढंग से विकसित कर उसका सौन्दर्यीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुर कोकिला के नाम पर बनने वाला चौराहा सबसे अलग होगा।
बारिश से पहले 182 नालों का होगा निर्माण
इसके अलावा बोर्ड बैठक में आने वाली बरसात से पहले ही विकास प्राधिकरण द्वारा चिन्हित किए गए 182 नालों के निर्माण का प्रस्ताव भी पारित किया गया। महापौर ने सदन को बताया कि इन नालों का निर्माण वर्षा से पूर्व कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आने वाले समय में जलभराव न हो।
बोर्ड की बैठक में 180 हैंड पम्प को रिबोर किए जाने, जनता की आने वाली शिकायतों का निराकरण तीन दिन में किए जाने, सफाई कर्मियों की समयावधि बढ़ाए जाने का भी प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित किया गया।
पार्षदों की समस्याओं को सूचीबद्ध करने के निर्देश
बोर्ड बैठक में कई पार्षदों की ओर से क्षेत्रीय विकास और अन्य मुद्दे उठाए गए, जिस पर महापौर ने निगम प्रशासन को पार्षदों की वार्ड वार समस्याओं को सूचीबद्ध किए जाने के निर्देश दिए। पार्षदों ने सीवर लाइन निर्माण में आ रही दिक्कतों को लेकर भी सदन को अवगत कराया।
बोर्ड बैठक में नगर विकास आयुक्त विशाल सिंह द्वारा महापौर को लम्बित कार्यों की प्रगति से भी अवगत कराया गया। बैठक में अयोध्या-फैजाबाद नगर के सभी वार्डों के पार्षद और निगम अधिकारी मौजूद रहे।
बोर्ड बैठक में जनहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। निगम अयोध्या के संपूर्ण विकास के लिए कृतसंकल्प है। शासन से स्वीकृति मिलते ही व्यवसायिक टैक्स मुक्ति व्यवस्था लागू की जाएगी। ऋषिकेश उपाध्याय – महापौर नगर निगम अयोध्या।
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